लक्ष्मणगढ़, 9 मार्च ओम एक्सप्रेस ब्योरा

आन-बान-शान की प्रतीक प्रतिष्ठित “घूघरी” आज 9 मार्च को, कस्बे के मुख्य स्थलों पर होगा सामूहिक गीन्दड।

ऊँट, घोड़ो, बैंड-बाजों और चंगो की सुमधुर थाप और कर्णप्रिय स्वर लहरियों के बीच निकलने वाली घूघरी में कस्बे के 100 के करीब कलाकारों का होगा सम्मान।

किरण देवी चौमाल स्मृति पुरस्कार एवं गोटा किनारी अवार्ड से अभिनन्दन स्वरूप होगी विशिष्ठ कलाकारों की हौसला अफजाई।

पुष्पवर्षा के साथ एक दर्जन के करीब मुख्य जगहों पर किया जाएगा “घूघरी” का स्वागत।

“गोरतलब ह कि राजस्थान की एक मात्र चलती फिरती गींदड़ “घूघरी” का आयोजन होली के दिन अनवरत रूप से किया जाता है। कल 12:15 बजे ऐतिहासिक चौकन से निकलने वाली घूघरी शिखरबन्द महादेव, रामदेव मंदिर, पक्की प्याऊ, डाकिनियों के मंदिर,चोपड़ बाजार शिवालय, लालकुआं, बड़ा पोस्टऑफिस, सीताराम मंदिर होते हुए कबूतरिया कुआँ से वापस चौकान पहुँच कर पूर्णता को प्राप्त करेगी।”