मोहाली। खरड़ में एकाउंटेंट अरुण शर्मा के घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी गई थी। मामले में व अन्य आपराधिक मामलों में वांटेड आरोपी गैंगस्टर बलजीत सिंह चौधरी और उसके दो गुर्गों को पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशनल सेल ने हथियारों समेत काबू करने में सफलता हासिल की। आरोपियों के पास से प्वाइंट 32 बोर की एक पिस्टल और 15 कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस ने आरोपियों को राजपुरा-दिल्ली हाईवे से काबू किया है। वहीं, गैंगस्टर बलजीत चौधरी के साथ पकड़े गए अन्य आरोपियों की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ पम्मा निवासी गांव मस्तगढ़ मोहाली और विकास कुमार निवासी सेक्टर-38 चंडीगढ़ के रूप में हुई है। स्टेट स्पेशल ऑपरेशनल सेल के एआईजी वरिंदरपाल सिंह ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। हालांकि आरोपियों के खिलाफ पहले ही दुष्कर्म, हत्या और जान से मारने की धमकियां देने समेत कई धाराओं के तहत चंडीगढ़ समेत कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में जिला अदालत में पेश किया और अदालत ने उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और कई आपराधिक मामलों में खुलासे होने के आसार हैं। उल्लेखनीय है कि गैंगस्टर बलजीत चौधरी ने करीब 26 दिन पहले अपने साथियों के साथ खरड़ में अकाउंटेंट अरुण शर्मा के घर में घुसकर सात गोलियां चलाई थीं। दरअसल इनकी अरुण शर्मा के बेटे देवेन शर्मा से रंजिश थी और वह उसकी हत्या करने की नीयत से आए थे। लेकिन जैसे ही वह घर के आंगन में घुसे तो सीसीटीवी में देखकर देवेन ने अपने पिता को इसकी जानकारी दी, जिस पर अरुण शर्मा ने अपने बेटे देवेन की जान बचाने के लिए उसे छत के रास्ते से भगा दिया था। लेकिन बलजीत चौधरी और उसके साथियों ने अरुण शर्मा को बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया था। इसके बाद अरुण की अस्पताल में मौत हो गई थी। इसके बाद से आरोपी गैंगस्टर बलजीत चौधरी अपने गुर्गों के साथ भूमिगत चल रहा था। इस दौरान पुलिस ने उसके करीबी लोगों से काफी पूछताछ की थी। लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा था। इसके बाद स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल को सूचना मिली थी कि आरोपी बलजीत चौधरी फतेहगढ़ साहिब के इलाके में देखा गया है। इस सूचना के आधार पर पुलिस मुलाजिमों ने उसका पीछा शुरू कर दिया। इसके बाद काउंटर इंटेलीजेंस के डीएसपी गुरचरन सिंह की अगुवाई वाली टीमें उसके पीछे लग गई थीं। इसके बाद पुलिस ने सरहिंद-दिल्ली हाईवे पर गैंगस्टर बलजीत चौधरी को गाड़ी समेत काबू कर लिया। डीएसपी ने बताया कि बलजीत चौधरी अपने दो अन्य साथियों गुरप्रीत सिंह उर्फ पम्मा और विकास कुुमार से असलाह लेने के लिए राजपुरा जा रहा था। इसके बाद उसने दिल्ली की तरफ जाना था। इस पर पुलिस की टीम ने राजपुरा-दिल्ली हाईवे पर गुरप्रीत सिंह उर्फ पम्मा गांव मस्तगढ़ मोहाली और विकास कुमार को भी काबू कर लिया। इनके कब्जे से प्वाइंट 32 बोर की एक पिस्टल और पांच कारतूस बरामद हुए हैं। वहीं, अब पुलिस उन्हें अदालत से रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही सभी आरोपियों को कोरोना का टेस्ट करवाने के लिए सैंपल भेजे जाएंगे।

– करीब 16 आपराधिक मामलों में भगौड़ा है बलजीत
जानकारी के मुताबिक बलजीत चौधरी छात्र नेता भी रह चुका है। वह 16 से अधिक आपराधिक मामलों में भगौड़ा है। वह ट्राइसिटी में कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। खरड़ में अकाउंटेंट के घर पर गोलियां चलाकर हमला कर वह फरार चल रहा था। इस दौरान गोलियां चलाते समय की उसकी वीडियो वायरल हुई थी। सेक्टर-32 चंडीगढ़ में भी उसने फायरिंग की थी। इसके अलावा सेक्टर-11 चंडीगढ़ में उस पर एक मॉडल से दुष्कर्म का केस भी दर्ज है। पुलिस का कहना है कि सभी राज्यों की पुलिस को अलर्ट भेजकर इसके बारे में जानकारी मांगी गई है।

– चंडीगढ़ पुलिस को भी तलाश, अब लाएगी प्रोडक्शन वारंट पर
गैंगस्टर बलजीत चौधरी की काफी समय से चंडीगढ़ पुलिस को तलाश थी। चंडीगढ़ पुलिस कई बार इसको काबू करने के लिए कई जगह छापामारी कर चुकी है। लेकिन इस से पहले वह स्टेट ऑपरेशनल सेल के हाथ लग गया। हालांकि अब बलजीत को खरड़ थाना पुलिस अकाउंटेंट की हत्या में और चंडीगढ़ पुलिस मॉडल से दुष्कर्म के मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लाने के बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

– राजनेेताओं का चहेता
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बलजीत चौधरी पंजाब के राजनेताओं का भी चहेता है। वह कई नेताओं के साथ शादियों या समारोह में अपने साथियों के साथ देखा गया है। यहां तक कि जब खरड़ में बलजीत के हमले में घायल अकाउंटेंट की मौत हो गई थी और उसके खिलाफ केस दर्ज हो गया तो तब चर्चा थी कि वह राजनेता के सहारे सरेंडर की योजना में था।