ओम एक्सप्रेस ब्यूरों सुपौल(बिहार) …

सुपौल प्रखंड अंतर्गत पंचायत भवन चौघारा में शुक्रवार को श्रीकृष्ण-सुदामा ईश्वरीय विश्वविध्यालय और बाबा बैद्यनाथ चौघारा ट्रस्ट के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ ईश्वरीय प्रार्थना के साथ साबुन से हाथ धोकर किया गया। मौके पर लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार ने कहा कि खुशी के लिए हर इंसान तरसता है। लेकिन बहुत कम व्यक्ति इसे पाने में सक्षम हो पाते हैं।

अच्छा स्वास्थ्य खुशी का खजाना है। प्रत्येक इंसान को जीवन में प्रसन्न रहने का प्रयत्न करना चाहिए। खुशी पाने के लिए घर का वातावरण खुशनुमा होना बेहद जरुरी है। पैसा से खुशी नहीं खरीदी जा सकती है। सच्ची खुशी इंसान के भीतर से मिलती है। प्रदेश संयोजक डॉ. अमन कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से डरना नहीं लड़ना जरुरी है। पोलियो की तरह कोरोना हारेगा और हिन्दुस्तान जीतेगा। अभी तक कोरोना वायरस से निजात पाने के लिए कोई सटीक दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इससे बचने के लिए खासकर व्यक्तिगत स्वच्छता अति आवश्यक है। आप जब भी किसी से मिले तो हाथ मिलाने की जगह नमस्ते कहें। इससे आपको कोई इन्फेक्सन भी नहीं होगा और आप अनजान बीमारियों से बचे रहेंगे। कोरोना वायरस खाँसी या छींके से गिरने वाली बूँदों के जरिए फैलते हैं। इसीलिए लोगों से एक मीटर की दूरी बनाकर रखने की जरुरत है। किसी भी कार्य को करने के बाद अपने हाथ साबुन या हैण्डवास से जरुर धोएं। साधु-समाज अपने-अपने गाँव में कोरोना वायरस को लेकर जन जागरूकता फ़ैलाने का कार्य करें।

रामजानकी ठाकुरबाड़ी भेलवा अखाड़ा के महंथ कपिलदेव दास ने कहा कि व्यक्ति के पूर्ण रूप से संतुष्ट होने की अवस्था को खुशी कहते हैं। संत घनश्याम दास ने कहा कि जीवन में प्रसन्नता हमारे हालात पर कम और हम पर अधिक निर्भर करता है। संत नरेश दास ने कहा कि ग़मों में भी आध्यात्मिक शक्ति के सहारे अपने मन को प्रसन्न रखा जा सकता है। खुशी दिवस में सुधीर मिश्र, गजेन्द्र यादव, पुजारी प्रतिनिधि राजेन्द्र प्रसाद, सचिन्द्र दास, अकाली दास, छुतहरू दास, गणेश यादव, ललित यादव, कृष्ण कुमार, नरेश कुमार राम, फुलेन्द्र यादव, नारायण दास, भूपेन्द्र दास, भुवनेश्वरी दास, मितन मंडल, जुगाय यादव, अशर्फी मुखिया, छेदी शर्मा, वासुदेव मंडल, महेन्द्र झा, गिरधारी साह, सुभाष यादव, अशोक बेरागी, रामचन्द्र राम, धीरेन्द्र यादव, घनश्याम दास, लालबहादुर दास, सत्यनारायण यादव, लुचाय सुतिहार, धनेश्वर यादव, शिवकुमार यादव, सहदेव तांति, नारायण गुप्ता आदि उपस्थित थे।