बीकानेर, 11 जनवरी। रंगीन रोशनी से सजा-धजा डाॅ.करणी सिंह स्टेडियम । लोेक कलाकारांे की एक से बढ़कर नायाब प्रस्तुति से रोमाचिंत होते दर्शक । सारा नजारा अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव की पहले दिन शनिवार की सांस्कृतिक संध्या का।
कार्यक्रम का आगाज नवीन गोस्वामी ने पारम्परिक लोकगीत के साथ कर सभी की वाहवाही लूटी तो तनवीर अहमद के गीत पर मैदान में बैठे दर्शक साथ में सुर से सुर मिलाने लगे। कार्यक्रम में गति प्रदान की पारसनाथ एण्ड पार्टी के कालबेेलिया नृत्य में गजब की फुर्ती और संतुलन के साथ नृत्य करती कलाकारों ने सभी को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया। विशाल मंच पर बनी जूनागढ़ की अनुकृति कार्यक्रम में चारचांद लगा रही थी। पंजाब की लोक संस्कृति में रचे बसे गीतों पर जैसे ही भंगड़ा नृत्य मंच पर शुरू हुआ तो ठंड भरे माहौल में भी उष्मा का संचार हो गया। रंगीन परिधानों में पंजाब के कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति पर सभी ने दिल खोलकर सराहा।

कार्यक्रम को नया मोड़ दिया लोक कलाकार सरादीन लंगा ने। उनकी गजब की गायकी कार्यक्रम का आकर्षण बन गयी, उनकी मधुर आवाज की प्रस्तुति में श्रोताओं ने अपने आपको जुड़ा हुआ महसूस किया। कार्यक्रम को खूबसुूरती प्रदान करते हुए हिमाचल प्रदेश के कलाकारों की मोहक प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया। गुजरात का सिद्दी धमाल हैरतअंगेज नृत्य के रूप मंे जाना जाता है। सर से नारियल को फोड़ते देख सभी हैरान हो गए। गुजरात की वसावा होली नृत्य ने सांस्कृतिक विरासत का बेहतरीन नमूना प्रस्तुत किया। होली त्यौहार की चमक देखते ही बनती थी। सांस्कृतिक संध्या का सबसे खास आकर्षण रहा कबीर कैफे बैण्ड ,कबीर दर्शन से जुड़े दोहो को नए कलेवर में प्रस्तुत कर एक नया अध्याय जोड़ दिया। कबीर के प्रेम और निर्गुण अध्यात्मक के दर्शन को भी दोहो को शामिल किया गया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहरवासी और विदेशी पर्यटक शामिल हुए । संचालन रविन्द्र हर्ष, संजय पुरोहित, किशोर सिंह व ज्योति प्रकाश रंगा ने किया। इस अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेेवा के प्रशिक्षु अधिकारी अभिषेक सुराणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन कुमार उपस्थित रहे। आभार पर्यटन विभाग के उप निदेशक भानू प्रताप सिंह ने ज्ञापित किया।