बीकानेर- अक्टूबर । वर्ल्ड राइजिंग वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में अमरसिंहपुरा में “एक शाम शहीदों के नाम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे मुम्बई, जयपुर व बीकानेर के कवियों शाइरों ने देशभक्तिपूर्ण रचनाएँ सुनाकर श्रोताओ को भावविभोर कर दिया । कार्यक्रम में नगर के साहित्यप्रेमियों, समाजसेवियो के साथ सीमा सुरक्षा बल के जवान शामिल थे ।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पी.बी.एम.ट्रोमा सेंटर प्रभारी डॉ. बी. एल. खजोटिया, सीसुब के डिप्टी कमांडेंट बी. एल.वड़ियासर, कर्नल हेम सिंह संस्था अध्यक्ष पालाराम, लायन्स क्लब उड़ान की अर्चना थानवी, समाजसेवी नेमचंद गहलोत ,धनराज सोनी, श्रीमती विद्यादेवी, श्री किसन राजपुरोहित ने रचनाकारों का सम्मान किया । लेखक अशफ़ाक़ ने बीकानेर की गौरवशाली साहित्यिक परंपरा पर प्रकाश डाला । संस्था के संस्थापक मेवासिंह ने नवस्थापित संस्था के उद्देश्यों, गतिविधियों पर प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ ज़िया उल हसन क़ादरी ने देश की आज़ादी के लिये झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, मंगल पांडेय, भगतसिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, नवाब सिराजूदोल्ला, टीपू सुल्तान, बहादुरशाह ज़फ़र सहित सभी राष्ट्रनायकों को खिराजे अक़ीदत पेश किया।

कार्यक्रम में जयपुर के कवि कमल मनोहर ने हास्य रस ओर देशभक्तिपूर्ण रचनाओं से जोश पैदा किया । मुम्बई की कवयित्री यशोदा सोलंकी ने तरन्नुम में देशभक्ति गीत सुना कर वाह वाही लूटी।
कार्यक्रम में नगर के वरिष्ठ कवि सरदार अली परिहार ने “सिपाही देश रो धणी” कविता सुना कर सिपाहियों का मनोनल बढ़ाया। शायर ज़ाकिर अदीब ने शहीदों को यूँ याद किया- “खूँ कभी रायगाँ नहीं जाता/रंग लाएगा खून शहीदों का”से समां बांधा।

राजेन्द्र स्वर्णकार ने “लहरादे तिरंगा ऊंचे आस्मान पे” रचना सुनाई। शायर वली मोहम्मद गौरी “वली” ने अपनी रचना “ऐ शहीदे वतन,ऐ शहीदे वतन/तेरे खूँ से खिला है हमारा चमन” पेश की ।
कार्यक्रम में शायर असद अली असद, सीसुब के उप अधीक्षक आनन्द सिंह चौहान, राजाराम स्वर्णकार, बाबूलाल छंगाणी आदि ने देशभक्ति पूर्ण रचनाएँ प्रस्तुत कर समाँ बाँधा । संचालन डॉ ज़िया उल हसन क़ादरी ने किया। संस्था के मेवासिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया ।