अयोध्या ।जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने विकास प्राधिकरण व पर्यटन विभाग को करीब छह सौ एकड़ भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। इस भूमि का उपयोग भविष्य में सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा बनाए जाने वाले होटल व अन्य कार्यों के लिए हो सकेगा। उन्होंने हवाई अड्डा, अयोध्या बस स्टेशन आदि से संबंधित कार्यों की समीक्षा की। निर्माण में आ रहीं बाधाओं को दूर करने के निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री ने पिछले गुरुवार को सर्किट हाउस में विकास कार्यों की समीक्षा की। कहा कि यदि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता खराब मिलती है, तो इसके लिए विभागीय अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था जिम्मेदार होंगे। उन्होंने 50 लाख रुपये से अधिक की लागत के निर्माण कार्यों की समीक्षा की और निर्धारित समयसीमा में कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए। साथ ही प्रमुख 208 स्थलों के विकास के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को मंडलायुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ आवश्यक बैठक कर प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय रामलीला केंद्र, राम की पैड़ी के अविरल जलप्रवाह, स्ट्रीट लाइट, सोलर लाइटिग, रामकथा गैलरी, पेयजल योजना, क्वीन हो पार्क, सीवेरेज योजना आदि कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही नयाघाट पर रामलीला संकुल के निर्माण में एक करोड़ 20 लाख की धनराशि की गड़बड़ी के प्रकरण में दर्ज प्राथमिकी पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई। संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक वाइपी सिंह को पूरे विवरण के साथ शीघ्र पत्रावली विभाग एवं पुलिस महानिरीक्षक व एसएसपी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मोहबरा बाईपास के फोरलेन का प्रस्ताव बनाने के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया। बैठक में कमिश्नर एमपी अग्रवाल, आइजी संजीव गुप्ता, डीएम अनुज झा, डीआइजी-एसएसपी दीपक कुमार, सीडीओ प्रथमेश कुमार, नगर आयुक्त विशाल सिंह आदि थे। रामलला का किया दर्शन- बैठक के उपरांत प्रभारी मंत्री ने रामलला का दर्शन किया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, कमलाशंकर पांडेय, इंद्रभान सिंह आदि मौजूद थे।

– महिला ने किया हंगामा

उत्पीड़न की शिकायत लेकर प्रभारी मंत्री से मिलने सर्किट हाउस पहुंची एक महिला ने हंगामा कर दिया। महिला के रुख को देखते हुए उसे मंत्री से नहीं मिलने दिया गया। महिला ने अपनी तबीयत खराब होने की भी बात पुलिस से कही। इसके बाद पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई। अस्पताल में उपचार के बाद महिला को घर भेज दिया गया।