– दशकोत्सव मनाने वाला प्रथम फेसबुक समूह बना

बीकानेर।फेसबुक की आभासी दुनिया पर 10 वर्ष की यात्रा पूर्ण करने के उपलक्ष्य में “एकल काव्य पाठ – एक साहित्य मंच” की ओर से दिनांक 10.10.2020 से 17.10.2020 तक “दशकोत्सव” का आयोजन किया गया। फेसबुक का यह पहला और अकेला ऐसा समूह है जिसने अपने दस वर्ष की यात्रा के दौरान देश के विभिन्न प्रान्तों और शहरों के सिर्फ नवोदित, प्रबुद्ध और वरिष्ठ साहित्यकारों को एक मंच पर जोड़ा है बल्कि परस्पर साहित्यिक संबंधों को अत्यंत प्रगाढ़ भी किया है यह बात उत्सव काल के दौरान आमंत्रित हर अतिथि और हर साहित्यिकार ने मुक्तकंठ से स्वीकार करते हुए इस समूह के द्वारा साहित्य को दिए गए समर्पण और सहयोग को सराहा। इस आठ दिवसीय उत्सव की अध्यक्षता इंदौर (मध्यप्रदेश) के वरिष्ठ साहित्यकार और देश में कविता की वाचिक परंपरा के सुप्रसिद्ध कवि डॉ. गिरेन्द्र सिंह भदौरिया ‘प्राण’ ने की। फेसबुक पर हिंदी साहित्य का पहला समूह है जो प्रतियोगिता के विजेताओं को नगद राशि भी प्रदान करता रहा है।
उत्सव के दौरान अलग-अलग दिन कुल 5 प्रतियोगिताएं का आयोजन किया गया जिन में सभी विजेताओं को सभी श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार 1100 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 551 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार 501 रुपये के साथ प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये

“गीत/ग़ज़ल प्रतियोगिता” में प्रथम स्थान लक्ष्मण रामानुज लड़ीवाला, द्वितीय स्थान ऋता शेखर मधु एवं तृतीय स्थान रमा प्रवीर वर्मा ने प्राप्त किया वहीँ
“मुक्तक/कत’आ प्रतियोगिता” में प्रथम स्थान विपिन वत्सल शर्मा, द्वितीय स्थान अंजू मोटवानी एवं
तृतीय स्थान आचार्य श्री राहुल ने प्राप्त किया
तो
“छंदमुक्त/मुक्तछंद प्रतियोगिता” में प्रथम स्थान गोविन्द हांकला, द्वितीय स्थान प्रमोद शाहू एवं तृतीय स्थान उपेन्द्र सिंह ने प्राप्त किया।

“विधा विशेष प्रतियोगिता” में प्रथम स्थान डॉ. मदन मोहन शर्मा, द्वितीय स्थान अर्चना बाजपेयी एवं तृतीय स्थान निधि जोशी ने प्राप्त किया।

“लाइव काव्य पाठ” प्रतियोगिता में विजेता रहे प्रथम स्थान डॉ. रेनू सिरोया कुमुदनी, द्वितीय स्थान सरिता बाजपेयी एवं तृतीय स्थान प्रियंका भट्ट ने प्राप्त किया। गीतों भरी शाम में अलग-अलग दिन अतिथि गायक के रूप में लाइव गीत गाये भीलवाड़ा के युवा सिंगर अवनीश पारीक, उदयपुर की प्रमिला शरद व्यास, चैतन्य भट्ट, जयपुर से केप्टन सेमन्त हरीश देव और पार्श्व गायिका राजश्री सेमंत की युगल प्रस्तुति, डूंगरपुर के अशोक जोशी एवं मेरठ की आदर्शिनी श्रीवास्तव ने।

इस दौरान प्रत्येक दिन वरिष्ठ कवियों के द्वारा काव्यपाठ में सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी अश्विनी शर्मा, कवि राज बुन्देली, गिरेन्द्र सिंह भदौरिया ‘प्राण’, अनमोल शुक्ल अनमोल, सुरेश सारस्वत, प्रोफ़ेसर विश्वम्भर शुक्ल ने किया।
समापन दिवस पर मंच के वरिष्ठ प्रशासक प्रह्लाद पारीक ने समूह की यात्रा के बारे में एवं भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
पुरस्कारों की घोषणा वरिष्ठ मंच प्रशासक त्रिलोकी मोहन पुरोहित ने फेसबुक लाइव आकर की।
आठ दिवस के इस दशकोत्सव के अंतर्गत प्रथम 6 दिवस समस्त मंच सहभगियों हेतु विभिन्न गतिविधियाँ और प्रतियोगिताएँ संचालित की गई वहीं अंतिम 2 दिवस प्रशासकीय गतिविधियों हेतु रखे गए।

इस दौरान समूह की ओर से आयोजित समस्त साहित्यिक गतिविधियों और प्रतियोगिताओं की पूरे सोशल मीडिया पर सक्रिय साहित्यकारों में रही। चूंकि यह देश का प्रथम और अग्रणी फेसबुक साहित्यिक समूह में है इसलिए इस समूह से सोशल मीडिया पर सक्रिय सभी साहित्यकारों का जुडाव है इसलिए इस शानदार और विशाल आयोजन के हर ओर चर्चा होती रही और हर साहित्यकार ने इस उत्सव की गतिविधियो में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. गिरेन्द्र सिंह भदौरिया ‘प्राण’ ने के जिन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में इस समूह को भविष्य का साहित्यिक संरक्षक बनने की शुभ कामनाएं देते हुए समूह द्वारा की जा रही साहित्यिक गतिविधियों को सार्थक और नवोदितों के लिए मददगार बताया। उत्सव कार्यक्रमों का शानदार संचालन प्रशासक दीपिका द्विवेदी ‘दीप’, महावीर सिंह ‘वीर’ एवं विनोदसिंह नामदेव ने की।