जयपुर- ओम एक्सप्रेस। आयकर विभाग ने प्रदेश के तीन कारोबारी समूहों के 28 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापे मारे हैं। राजधानी जयपुर के सिविल लाइन, अजमेर रोड, आमेर रोड, जल महल के सामने, ब्रह्मपुरी सहित कई शहरों में छापे की कार्रवाई शुरू की है। आयकर विभाग के 200 से ज्यादा अफसर और कर्मचारी अलग-अलग ठिकानों पर दस्तावेज जब्त करने में लगी है। आयकर छापों में बड़े पैमाने पर अघोषित आय मिलने की संभावना जताई जा रही है।आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक, दो बिल्डर समूहों और एक जेम्स ज्वैलरी के बड़े कारोबारी के ठिकानों पर आयकर छापे जारी हैं। गोकुल कृपा बिल्डर और चौरडिय़ा बिल्डर ग्रुप से जुड़े कई ठिकानों की जांच की जा रही है। देश विदेश में जेम्स एंड ज्वैलरी का कारोबार करने वाले सिल्वर आर्ट पैलेस के मालिक नवरतन अग्रवाल के घर, दफ्तर, गोदामों और फैक्ट्रियों पर भी आयकर छापे पड़े हैं। आयकर विभाग ने पहले सबूत जुटाए, स्क्रूटनी में गड़बड़ी पकडऩे के बाद छापे आयकर विभाग की ओर से छापों से पहले की गई स्क्रूटनी में इन सभी कारोबारी समूहों द्वारा बड़े पैमाने पर कालेधन से कारोबार करने के सबूत हाथ लगे थे। जिस पैमाने पर देश-दुनिया में कारोबार किया जा रहा था उस हिसाब से आयकर रिटर्न में अपनी आय नहीं दर्शाई गई थी। रियल एस्टेट कारोबारी समूह द्वारा बड़े पैमाने पर जमीनों में निवेश करने, रियल एस्टेट कारोबार में नकदी का कारोबार करने के दस्तावेज भी विभाग ने जुटाए हैं। 200 से ज्यादा अफसर दस्तावेज जब्त करके जांच में जुटे आयकर छापे की कार्रवाई में 200 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों की टीम लगी हुई है। तीनों समूहों के सभी 28 ठिकानों से दस्तावेजों को जब्त किया जा रहा है। 100 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को भी इस कार्रवाई में साथ लिया गया है। आयकर विभाग के अफसर और कर्मचारी कारोबार में अवैध तरीके से किए गए निवेश, ब्लैकमनी सहित सभी दस्तावेजों को जुटा रहे हैं। कोरोना काल के बाद राजधानी जयपुर में आयकर छापे की इस सबसे बड़ी कार्रवाई में बड़े पैमाने पर अघोषित आय उजागर होने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल जांच जारी है, आयकर विभाग के अफसरों के मुताबिक देर शाम या रात तक ही अघोषित आय के आंकड़े के बारे में स्थिति साफ हो सकेगी।