बीकानेर । उरमूल सीमांत समिति बज्जु द्वारा शिक्षक दिवस के उपलक्ष में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सूरसागर बीकानेर में रखा गया।
समारोह में मुख्य अतिथि श्री सुनील कुमार बोड़ा अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मा शि बीकानेर एवं श्री अशोक कुमार सोलंकी अतितिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रा शि बीकानेर और मुख्य वक्ता श्री शिव शंकर चौधरी श्री मोहनलाल जीनगर प्रधानाचार्य सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल बीकानेर एवं मोडाराम कड़ेला पूर्व प्रदेशमहामंत्री रोहिताश कांटिया पूर्व जिलाध्यक्ष बीकानेर रहे।

आज समारोह में श्री रोहितास कांटिया श्री भवानी शंकर बाणिया श्रीचेतराम बालान श्री गुमाना राम इणखिया, श्री साजिद अहमद श्री मुकेश सेवलिया दीनदयाल जनागल रामकुमार बामणिया श्रीमती पार्वती सांखला शुश्री सरस्वती चौहान एवं मेहबूब अली पंवार सहित कई शिक्षकों की उत्कृष्ट सेवा के लिए समिति द्वारा स्वागत एवं सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए सुनील बोडा ने कहा कि शिक्षक समाज का दर्पण होता है शिक्षक को देखने से उसके संस्कार के आचार विचार से पता चलता है कि विद्यालय कैसा है छात्र शिक्षकों का मूल्यांकन करता है वह अपने घर परिवार में बताता है वर्तमान दौर में छात्रों को हमें सह शैक्षिक गतिविधियां से जोड़ना चाहिए।

एडीईओ अशोक सोलंकी ने बताया शिक्षक का दायित्व छात्र का सर्वांगीण विकास करना होता है समाज में शिक्षक की भूमिका हमेशा सर्वोपरि रही है शिक्षक हमेशा आदर्श रहा है।
श्री मोहन लाल जीनगर ने कहा की उर्मूल सीमांत समिति बज्जू बॉर्डर इलाके में पिछड़े हुए परिवारों के बच्चों को पढ़ाते हुए शिक्षण सामग्री वितरण करते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही है मोडाराम कड़ेला ने बताया कि एक शिक्षक आजीवन विद्यार्थी रहता है जो हमेशा सीखता और अपने बच्चों को सिखाता रहता है शिक्षक और छात्र के बीच सिर्फ किताबों के पन्नों का संबंध नहीं है उनके जीवन का संबंध है शिक्षक अपने छात्र अपने शिक्षक को रियल हीरो के रूप में देखता है उनके आचार विचार से बहुत ज्यादा सीखता है।

कार्यक्रम का संचलान दीनदयाल जनागल ने किया। उरमूल सीमांत समिति के सचिव श्री सुनील कुमार लहरी ने सभी आंगतुकों को धन्यवाद देते हुए शिक्षक समाज को आज के महान पर्व शिक्षक दिवस की बधाई दी वन सभी क धन्यवाद दिया।