रोहतक । एमडीयू के शारीरिक शिक्षा विभाग में सोमवार को राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक श्री एमएस देशवाल ने प्राकृतिक चिकित्सा पर विशेष व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा में हम किस तरह से जल चिकित्सा, वायु चिकित्सा, मिट्टी चिकित्सा, आकाश चिकित्सा, धूप चिकित्सा, आहार चिकित्सा, उपवास चिकित्सा आदि से तन और मन को निरोग रख सकते हैं।

उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्यति है। यह सस्ती और सुलभ है। इसमें केवल रोग ही नहीं बल्कि रोगी की संपूर्ण चिकित्सा की जाती है। प्राकृतिक चिकित्सा में हर बीमारी का उपचार संभव है। इससे पहले शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेंद्र प्रसाद गर्ग ने श्री एमएस देशवाल का स्वागत किया। प्रो. गर्ग ने शारीरिक शिक्षा विभाग में जल्द से जल्द प्राकृतिक चिकित्सा प्रयोगशाला शुरू कराने का आश्वासन भी दिया। व्याख्यान के दौरान सभी ने प्राकृतिक चिकित्सा को लेकर उत्सुकता दिखाई।

वहीं, विद्यार्थियों ने प्राकृतिक चिकित्सा के संबंध में कुछ सवाल भी किए, जिनका मौके पर भी संतोषजनक जवाब दिया गया। इस अवसर पर डा. संजय खोखर, श्रीमति विपिन सहरावत, श्री हरदीप, श्रीमति पूनम, विभाग के वरिष्ठ शिष्य हरीश कौशिक व सभी विद्यार्थी मौजूद रहे।
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