प्रसार गतिविधियों में गति लाने के दिए निर्देश
बीकानेर, 19 अक्टूबर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने शनिवार को प्रसार शिक्षा निदेशालय सभागार में विश्वविद्यालय के समस्त कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) के प्रभारियों की बैठक ली। उन्होंने केवीके के अब तक के कार्यों तथा भावी योजना की समीक्षा की। प्रसार गतिविधियों में और अधिक गति लाने तथा लक्ष्यों के अनुरूप प्रगति के लिए निर्देशित किया।

कुलपति ने कहा कि प्रत्येक केवीके में समन्वित खेती प्रणाली इकाई स्थापित की जाए। इनमें गाय, बकरी, मछली, मधुमक्खी पालन तथा वर्मी कम्पोस्ट एवं अजोला जैसी इकाईयां स्थापित की जाएं। केवीके न्यूट्रीशनल गार्डन तथा क्राॅप कैफेटेरिया भी विकसित करें तथा आस-पास के गांवों के किसानों को न्यूट्रीशनल गार्डन लगाने संबंधित प्रशिक्षण तथा मार्गदर्शन दिया जाए। स्कूलों में भी ऐसे पौधे लगाए जाएं। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्रों में राजस्व सृजन बढ़ाने पर भी जोर दिया।

कुलपति ने कहा कि केवीके, आॅफ कैंपस प्रशिक्षणों की संख्या बढ़ाएं। केवीके में आने वाले किसानों के नाम, पते एवं मोबाइल नंबर से संबंधित रजिस्टर संधारित किया जाए। प्रशिक्षणों का समयबद्ध तथा नाॅम्र्स के अनुसार आयोजन हो तथा इनसे संबंधित डाक्यूमेंटेशन किया जाए। केवीके में मूवमेंट रजिस्टर संधारित किया जाए। फसल प्रदर्शन से पूर्व खेत की मृदा के नमूने लिए जाएं तथा इनका प्रशिक्षण हो। किसानों को सोयल हैल्थ कार्ड दिए जाएं।
प्रो. सिंह ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा स्वच्छता अभियान नियमित रूप से चलाए जाएं। बरसाती जल संरक्षण की योजना बनाएं। लाइन विभागों से समन्वय रखा जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान रात्रि चौपालें आयोजित करने तथा रबी एवं खरीफ अभियान नियमित रूप से चलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक गांव-गांव जाएं तथा किसानों को परिस्थितियों के अनुकूल फसलों की बुवाई, बीजोपचार, मृदा परीक्षण आदि के बारे में बताएं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में कार्य हो। केवीके स्तर पर फार्मस प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन (एफपीओ), स्वयं सहायता समूहों एवं फार्मस क्लब गठित करने के प्रयास हों। इस दौरान कुलपति ने प्रत्येक केवीके के कार्यों के बारे में जाना।

प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. एस के शर्मा ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र, खेती की लागत कम करने तथा आय वृद्धि की सोच के साथ कार्य करें। उत्पादों की प्राथमिक प्रोसेसिंग तथा मूल्य संवर्धन की संभावनाएं तलाशें। मूल्य संवर्धन उन्हीं उत्पादों का हो, जिसका कच्चा माल संबंधित गांव में आसानी से मिल सके। किसानों को मार्केटिंग चैनल से जोड़ा जाए। उन्होंने 14 से 16 नवंबर तक विश्वविद्यालय में होने वाले नेशनल सेमीनार के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि प्रत्येक केवीके इस सेमीनार में प्रगतिशील किसानों को जरूर लाएं।
प्रो. शर्मा ने केन्द्रों द्वारा जैविक खेती में हो रहे कार्यों, बीज उत्पादन, प्रशिक्षणों, फसल प्रदर्शन आदि कार्यों के बारे में जाना। उन्होंने कहा कि केवीके, ग्रामीणों को भी समन्वित खेती प्रणाली इकाई स्थापित करने के लिए प्रेरित करें, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। बैठक में प्रसार शिक्षा उपनिदेशक प्रो. सुभाष चंद्र, डाॅ. जे. पी. लखेरा, एटिक प्रभारी डाॅ. रामधन जाट सहित कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रभारी मौजूद रहे।खिलाड़ियों से मिले कुलपति, की हौसला अफजाई
बीकानेर, 19 अक्टूबर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने विश्वविद्यालय स्टेडियम में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी टूर्नामेंट के चयन ट्रायल का अवलोकन किया तथा खिलाड़ियों की हौसला अफजाई की। कुलपति ने कहा कि खिलाड़ी, खेल भावना के साथ खेलते हुए विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें। इस दौरान उन्होंने स्टेडियम की विभिन्न व्यवस्थाओं को देखा तथा विश्वविद्यालय की खेल गतिविधियों की जानकारी ली। छात्र कल्याण निदेशक प्रो. वीर सिंह ने बताया कि टूर्नामेंट के लिए टेबल टेनिस, बैडमिंटन, कब्बडी और वाॅलीबाल की स्पर्धाओं का दो दिवसीय ट्रायल 18 और 19 अक्टूबर को हुआ। इस दौरान परीक्षा नियंत्रक प्रो. ए के शर्मा तथा क्रीड़ा मंडल सचिव राजेन्द्र सिंह मौजूद रहे।
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