बीकानेर।अंतरराष्ट्रीय वेब संगोष्टी कथा सागर का नवा संस्करण आज हुआ। परिकल्पना और संयोजक साहित्यकार डॉ सन्दीप अव्सथी थे। मुख्य अतिथि लेखिका डॉ कुसुम खेमानी, वरिष्ठ कथाकार,और भारतीय भाषा परिषद कोलकत्ता की अध्यक्ष से सवाल जवाब के माध्यम से सुधि श्रोताओं को साहित्य और उसके लेखन की तैयारी से अवगत कराया गया। साथ ही कुसुम जी ने अपनी एक कहानी का वाचन किया। जिसके माध्यम से उच्च वर्ग और निम्न वर्ग की मानसिकता और लोक की सशक्तता उभरकर सामने आई। आलोचक कथाकार शिव कुमार शिव ने बहुत ही सधे हुए शब्दों में कहानी की विवेचना की।

दूसरे कहानीकार कविता मुखर जयपुर ने अपनी कहानी सुनाई।फिर कथाकार माधव नागदा ने अपनी कहानी के माध्यम से यह बात कही की स्रजन चाहे वह लेखक का हो चाहे घरेलू महिला का ,वह सार्थक ही होता है। कवि कथाकार अनंत भटनागर ने समय पर आधारित अपनी लघुकथा के माध्यम से बहुत प्रशंसा बटोरी। कार्यक्रम में दिव्या माथुर इंगलैंड ने कहा कि यह आयोजन सार्थक रहा क्योकि सभी कथकारो ने बेहतरीन रचनाओं का पाठ किया। ऑस्टेलिया से जुड़ी अरुणा जी ने कुसुम खेमानी की कहानी को मील का पत्थर बताया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कोलकत्ता की युवा लेखिका और प्राध्यापिका विजेता साव ने किया। इसे 6 देशों में देखा गया ।