28 को ग्रामीण बंद की तैयारी में हांसी में होगी किसान महापंचायत
हरियाणा के सभी किसान संगठनों ने पराली जलाने के मामले में किसानों की प्रताड़ना के खिलाफ आंदोलन का किया समर्थन

हर्षित सैनी
रोहतक, 10 दिसम्बर। हरियाणा के सभी प्रमुख किसान संगठनों ने मिलकर फैसला किया है कि आगामी 8 जनवरी को पूरे प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ संपूर्ण गांव बंद का आयोजन किया जाएगा।
यह फैसला अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की हरियाणा इकाई के सभी संगठनों की बैठक में रोहतक में किया गया। हरियाणा का यह बंद अखिल भारतीय स्तर पर किसान संगठनों द्वारा भारत ग्रामीण बंद के अंतर्गत किया जा रहा है।
इस बंद की तैयारी के लिए आगामी 28 दिसंबर को हांसी में पूरे प्रदेश के किसान कार्यकर्त्ताओं की महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पूरे प्रदेश से लगभग 1000 किसान प्रतिनिधि भाग लेंगे और ग्रामीण बंद की योजना को अंतिम स्वरूप देंगे। ज्ञात हो कि हरियाणा के 19 किसान संगठन इस समन्वय से पहले ही जुड़ चुके हैं।
आज रोहतक में इस समन्वय की बैठक में यह तय किया गया कि अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किए गए घोषणा पत्र में हरियाणा के किसानों की कुछ मांगों को भी जोड़ा जाना चाहिए। इनमें पराली जलाने के नाम पर किसानों की प्रताड़ना को बंद करना, फसल बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता को समाप्त करना फसल बीमा योजना में व्याप्त धांधली बाजी को की जांच करना और ट्यूबवेल मोटर सब्सिडी को चुनिंदा कंपनियों तक सीमित करने की शर्त समाप्त करना शामिल है।

सभी किसान संगठनों ने पराली जलाने के अपराध में किसानों के खिलाफ मुकदमे बनाने के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन घोषित किया और राज्य सरकार से मांग की कि जो सरकार पराली का इस्तेमाल करने की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बना सकती, वह कम से कम पराली जलाने के नाम पर किसानों को प्रताड़ित करना बंद करें।
किसानों ने प्रदेश में जगह जगह भूमि अधिग्रहण के विरुद्ध चल रहे धरनो का समर्थन किया। बैठक में मौजूद सभी संगठनों ने कल दिल्ली में अनाज मंडी इलाके में हुए हादसे का शिकार हुए मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
आज की बैठक में राष्ट्रीय समन्वय के प्रतिनिधियों के साथ प्रदेश के किसान संगठनों में अखिल भारतीय किसान सभा, हरियाणा किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, ऑल इंडिया किसान मजदूर खेत संगठन, जम्हूरी किसान सभा, भारतीय किसान यूनियन (घासीराम नैन), जय किसान आंदोलन, अखिल हरियाणा एमएसपी संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।