एसकेआरएयू में गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन विषयक सात दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
बीकानेर, 14 अक्टूबर। कृषि महाविद्यालय में राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादन विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को प्रारम्भ हुआ।
उदघाटन सत्र के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह थे। उन्होंने कहा कि बीज, कृषि उत्पादन की आत्मा और महत्त्वपूर्ण कड़ी है। बीज की गुणवत्ता फसल उत्पादन को बढ़ा या घटा सकती है, इसलिए किसानों को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसान, प्राचीनकाल से ही बीज की गुणवत्ता को महत्त्व देते आए हैं, लेकिन आज थोड़े से लाभ के कारण किसान अपना बीज बेच देता है और जरूरत पड़ने पर बाजार से महंगे दाम पर खरीदता है। इसकी गुणवत्ता भी उन्नीस होती है।
कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो आई पी सिंह ने कहा कि हमारे देश में दुनिया का 4.5 प्रतिशत बीज पैदा होता है, लेकिन बढ़ती जनसंख्या के अनुरूप बीज उत्पादन बढ़े, हमें इस दिशा में त्वरित प्रयास करने होंगे।
पादप प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष और प्रशिक्षण समन्वयक प्रो ए के शर्मा ने बताया कि आज उन्नत बीजों के उत्पादन, विधायन और भंडारण आदि के प्रति जागरूकता की जरूरत है। उन्होंने बताया कि सात दिवसीय प्रशिक्षण में एमएससी और पीएचडी के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। सात दिनों तक विभिन्न विषय विशेषज्ञों के व्याख्यान होंगे।