नई दिल्ली।कोरोना वायरस के चलते भारतीय रेलवे ने मालगाड़ियों को छोड़कर अपनी सभी सेवाओं को बंद कर दिया है। करीब 13,523 ट्रेनें रद्द हो गई हैं, जिनमें 5881 ई.एम.यू., 3695 मेल एक्सप्रेस और 3947 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं। पहले रेलवे ने सिर्फ पैसेंजर ट्रेन बंद करने का ऐलान किया था. लेकिन रविवार रात रेलवे ने सभी ट्रेनों को बंद करने का फैसला किया। बता दें कि एक ऐसी ट्रेन भी है जोकि साल में सिर्फ एक दिन ही चलाई जाती है। दरअसल, यह ट्रेन शहीदों के नाम पर शहीदी दिवस यानि 23 मार्च को चलाई जाती है। पर कोरोना के चलते इस ट्रेन को भी रद्द कर दिया है। जानकारी के अनुसार मालगाड़ियों के इलावा सारी ट्रेनें 31 मार्च तक रद्द कर दी गई हैं।

कितना सफर तय करती है यह ट्रेन
बता दें कि यह ट्रेन होशियारपुर जिले के जैजो गांव से शुरू होकर करीब 200 किलोमीटर का सफर तय करती है। यह ट्रेन नवांशहर और जालंधर जिले से होते हुए अमृतसर पहुंचती है। नवांशहर पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर जिले का मुख्यालय है और भगत सिंह का पैतृक गांव खटकरकलां है। यह ट्रेन फिरोजपुर से लेकर हुसैनीवाला बॉर्डर तक स्पेशल ट्रेन 10 किलोमीटर का सफर तय करती है।
ट्रेन पहले करती थी लाहौर तक का सफर
एक समय में ये रेल लाइन हुसैनीवाला से होकर लाहौर तक जाती थी पर पाकिस्तान से हुई लड़ाई के दौरान यह रेल मार्ग बंद कर दिया गया। यहां सतलुज दरिया पर बने रेल पुल को भी तोड़ दिया गया। अब हुसैनीवाला में ही रेल लाइन खत्म हो जाती है। रेलवे ट्रैक को ब्लॉक कर यहां लिखा गया है- द एंड ऑफ नार्दर्न रेलवे।

हर साल शहीदी दिवस पर लगने वाला मेला भी रद्द
जानकारी के अनुसार पूरे साल में एक दिन, सिर्फ 23 मार्च को ही फिरोजपुर से एक स्पेशल ट्रेन बार्डर के लिए चलती है। गौरतलब है कि फिरोजपुर शहर से 10 किलोमीटर दूरी पर बने हुसैनीवाला बॉर्डर पर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि है। इस समाधि पर 23 मार्च को हर साल मेला लगता है। इस शहीदी मेले में दूर-दूर से पर्यटक शामिल होते हैं। पर इस बार कोरोना के चलते यह मेला भी रद्द कर दिया गया है।