-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। कोरोना संक्रमण के बढते कहर में मुनाफाखोरी के लिये सक्रिय हुए बीकानेर के कई दवा विक्रेताओं ने घटिया और डूप्लीकेट सेनेटाइजर बेचने शुरू कर दिये है। हैरानी की बात तो यह है कि किन्ही एक-दो दवा विक्रेताओं ने नहीं बल्कि दर्जनों की तादाद में ऐसे दवा विक्रेता है जो घटिया और डूप्लीकेट सेनेटाइजर धड़ल्ले से बेच रहे है। इन सेनेटाइजरों का उपयोग करने से संक्रमण से बचने का तो पता नहीं, लेकिन त्वचा पर एलर्जी होने का खतरा जरूर है। पीबीएम होस्पीटल के चर्म एवं रतिरोग विभाग में पिछले दो माह से ऐसे रोगियों की तादाद बढ गई है,जो सेनेटाइजर के इस्तेमाल से कई तरह के चर्म रोगों से ग्रसित हुए है। होस्पीटल के डॉक्टर्स भी इसकी पुष्टी कर रहे कि घटिया और डूप्लीकेट सेनेटाइजरों के इस्तेमाल से लोगों को चर्म रोगों की पीड़ा झेलनी पड़ रही है। इधर औषधी नियंत्रक और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इस मामले में अभी तक बेखबर बने हुए है। दवा कारोबार जगत से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीकानेर में पिछले तीन महीने में सेनेटाइजर बेचने वालों की बाढ़ सी आ गई है,कई कंपनियों ने सेनेटाइजर का निर्माण कर उत्पादन को ब्रिकी के लिए बाजार में उतार दिया।

हैरानी इस बात को लेकर भी है कि कई कंपनियों के ऐजेंट अब घर-घर जाकर सेनेटाइजर को बेचने का काम कर रहे हैं। इसकी क्वालिटी एवं मॉनिटरिंग पर किसी का ध्यान नहीं है। वहीं कई दवा विक्रेता सेनेटाइजरों की होम डिलवरी भी कर रहे है। जबकि सेनेटाईजर एक मेडिकल उत्पाद है और इसकी बिक्री के लिये बकायदा नियम बने हुए है। इसके बाजवूद बीकानेर में धड़ल्ले से बिक रहे घटिया और डूप्लीकेट सेनेटाईजरों की रोकथाम के लिये औषधी नियंत्रक और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इस मामले में सादुलगंज की एक मेडिकल फर्म का नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में छाया हुआ है जो बड़े पैमाने पर घटिया और डूप्लीकेट ब्रांड के सेनेटाइजर सप्लाई कर रही है।