प्रशांत कुमार/सुपौल(बिहार)

जहां कई देश में कोरोना वायरस को लेकर लोगों के मन में चिंता और डर बना हुआ है तो वहीं सरकार इस गंभीर विषय पर सतर्क और सावधान करते हुए भारत नेपाल बॉर्डर पर स्वास्थ्य मेडिकल शिविर लगाने की बात कर रही है और नेपाल से आने वाले लोगों की गहन पूछताछ कर उनका जांच करने की बात कह रही है चलिए आपको दिखाते हैं स्वास्थ्य विभाग का यह दावा कितना सच है।आपको लिए चलते हैं बिहार के सुपौल जिले से सटे भारत नेपाल बॉर्डर भीमनगर शैलेशपुर जहां नेपाल से आने वाले प्रत्येक लोगों की जांच एसएसबी 45 वीं बटालियन के द्वारा सुरक्षा के दृष्टिकोण से की जा रही है बावजूद यहां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मेडिकल शिविर तो लगा दी गई है लेकिन उनका जांच कितना होता है वैसे आप देख सकते हैं लोगों का मानना है जो नेपाल से बिना पूछताछ के बगैर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।केवल बॉर्डर पर मेडिकल कैंप में लोगों के साथ पूछताछ की जाती है और फॉर्मेट पर उनका नाम और पता टेलीफोन नंबर लेकर उन्हें भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति दे दी जाती है।

लेकिन उनका स्वास्थ्य संबंधित किसी प्रकार की जांच नहीं हो पाती है जिसको लेकर भारतीय क्षेत्र के लोगों में कोरोना वायरस को लेकर डर बना हुआ है हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा कितना कारगर होगा भारत नेपाल बॉर्डर पर यह देखने मात्र से पता चलता है।