– आमजन का सहयोग लेते हुए टीम स्प्रिट से कार्य करे प्रशासन
– संकट की घड़ी में आमजन का सहयोग जरूरी
मंत्री ने ली व्यवस्थाओं की जानकारी
– एक भी व्यक्ति भूखा ना रहे, हरसंभव सहायता पहुंचाने के दिए निर्देश
– संकट से निपटने में संसाधनों की कोई कमी नहीं-डाॅ कल्ला
बीकानेर , 7 अप्रैल। ऊर्जा, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ बीडी कल्ला ने कहा कि कोरोना वायरस की विश्वव्यापी महामारी से निपटने के लिए कोरोना वारियर्स के प्रयास सराहनीय है लेकिन संकट की इस घड़ी में समस्या का समाधान करने के लिए आमजन का सहयोग लेते हुए काम करना है। डॉ कल्ला मंगलवार को सर्किट हाउस में कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम और अब तक प्रशासन द्वारा किए कार्य की समीक्षा कर रहे थे।।
डाॅ कल्ला ने अब तक जिले में मिले मरीजों की संख्या, उनके उपचार की स्थिति और इनसे जुड़े लोगों की ट्रैसिंग प्रक्रिया और संक्रमण फैलाव की स्थिति पर गहन जानकारी ली। डाॅ कल्ला ने कहा कि बीमारी ना फैले इसके लिए सेम्पलिंग ज्यादा से ज्यादा हो यह सुनिश्चित किया जाए, साथ ही रेण्डम सेम्पलिंग भी बढ़ाई जाए।

डाॅ कल्ला ने लाॅकडाउन और निषेधाज्ञा के दौरान खाद्य, दूध, दवा सहित आवश्यक वस्तुओं की वितरण की स्थिति की भी जानकारी ली तथा कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि लाॅकडाउन या कफ्रयू प्रभावित क्षेत्र में एक भी व्यक्ति भूखा ना सोए। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान करने में एकजुटता रखते हुए कार्य करें संसाधनों की कोई कमी नहीं है।

स्वास्थ्यकर्मियों के लिए मानदंडानुसार आवश्यक सुरक्षा उपकरणों जैसे मास्क , पीपीई किट आदि की पर्याप्त उपलब्धता रखे तथा जो भी आवश्यक दवाएं हैं उनका भी एक दो माह का स्टाॅक रखा जाए, जिससे कोई आपात स्थिति ना बने। डाॅ कल्ला ने उपचाराधीन मरीजों, क्वरेन्टाइन लोगों आदि के लिए की गई व्यवस्थाओं भी और जानकारी ली और निर्देश दिए कि इलाज में जुटे डाॅक्टर, नर्सिंंग स्टाॅफ को भी अतिरिक्त आवश्यक सुविधाएं मिले । उन्होंने सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज प्राचार्य को कहा कि जिले में निजी चिकित्सालयों के स्टाॅफ को भी जांच आदि की ट्रैनिंग दिलवाएं ताकि स्टाफ की कमी नहीं हो।

दूध, राशन, दवा की सुचारू आपूर्ति हो
डा कल्ला ने कहा शहर में निषेधाज्ञा प्रभावित कई क्षेत्रों में राशन, सब्जी, दूध, दवा आदि की आपूर्ति की शिकायतें आई थी इसके मद्देनजर प्रशासन इस बात का विशेष ध्यान रखे कि बीमार को दवा मिलना सुनिश्चित हो तथा जिस भी व्यक्ति को राशन, सब्जी आदि की आवश्यकता हो उसके लिए सम्बंधित थाना क्षेत्र के बाहर एक आपूर्ति वाहन तैनात कर दिया जाए ताकि मांग आने पर तुरंत प्रभाव से सम्बंधित के घर तक आवश्यक सामान की सप्लाई की जा सके और लोगों को परेशान ना होने पड़े।
उन्होंने कहा कि पुलिस जनता की समस्या को समझे अनावश्यक रूप से किसी को परेशान ना होना पड़े यह सुनिश्चित किया जाए। डाॅ कल्ला ने कहा कि संकट की गंभीरता को जनता समझती है लेकिन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित किसी भी स्थिति में बाधित नहीं होनी चाहिए।

चिकित्सक फोन पर दें मरीजों को सलाह, आवश्यक रूप से उठाएं फोन
डाॅ कल्ला ने कहा कि सभी डाॅक्टरों को पाबंद किया जाए कि यदि कोई मरीज किसी डाक्टरी सलाह के लिए फोन करता है तो सम्बंधित डाॅक्टर तुरंत फोन उठाए और आवश्यक प्रिस्क्रिप्शन फोन पर ही व्हाटसऐप आदि के जरिए उपलब्ध करवाएं। किसी भी मरीज को इलाज के लिए इंतजार ना करना पड़े यह सुनिश्चित किया जाए। यदि कोई डाक्टर इसका उल्लंघन करता पाए जाएं तो प्रशासन काउंसलिंग व आवश्यकता पड़ने पर कार्यवाही करे।
डाॅ कल्ला ने कहा कि सफाई कर्मियों को निषेधाज्ञा प्रभावित क्षेत्रों में आने जाने में किसी तरह की समस्याएं नहीं हो, सफाई कर्मी भी कोरोना वारियर्स है अतः पुलिस ध्यान रखे कि इन्हें आने जाने में परेशानी ना आए। निगम इनके लिए बैज आदि जारी करे। डाॅ कल्ला ने कहा कि प्रोटोकाॅल के साथ समझौता किए बिना पुलिस प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि आम लोगों की आवश्यकताएं पूरी हो। सहयोग और एकजुटता से ही हम इस संकट से लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे अहम है कि इस बीमारी का कम्युनिटी स्प्रेडिंग नहीं हो और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।

अब तक 14 पाॅजिटीव, कोई क्रिटिकल नहीं
ट्रैसिंग के साथ रेण्डम सेम्पलिंग का काम जारी
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बैठक में डाॅ कल्ला को बताया कि बीकानेर में अब तक कुल 14 पाॅजिटीव मिले हैं। पाॅजिटीव पाए गए क्षेत्र को सील कर दिया गया है तथा इस संक्रमण का कम्प्यूनिटी स्प्रैड का खतरा अब तक जिले में नहीं है। सभी पाॅजिटीव एक मोहल्ला विशेष या एक दो परिवारों से है। इसीलिए कम्यूनिटी स्प्रैड की स्थिति नहीं है। बीकानेर में इस समय चुरू से लाए गए 10 पाॅजिटीव का भी इलाज चल रहा है। कोई भी पाॅजिटीव क्रिटिकल स्थिति में नहीं है। जिस महिला की मौत हुई उसके सम्पर्क में आए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को भी क्वन्रटाइन कर दिया गया है तथा संक्रमितों की ट्रेसिंग का काम जारी है। जिला कलक्टर ने बताया कि वर्तमान में एक अतिरिक्त पीसीआर मशीन चालू कर दी गई है जिससे जिले में 200 सेम्पल की प्रतिदिन जांच हो रही है। वर्तमान में केवल एक विदेशी महिला यहां रूकी हुई है जिसकी जांच करवा ली गई है तथा सभी होटलों, गेस्ट हाउस के साथ पूरा समन्वय करते हुए नजर रखी जा रही है। लगातार रेण्डम सेम्पलिंग भी करवाई जा रही है। इसके लिए एक बार सर्वे करवा लिया गया है। दूसरी बार सर्वे का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। 1300 से अधिक लोग खांसी, जुकाम आदि से प्रभावित मिले हैं उन्हें उपचार देकर उनमें से भी रेण्डम सेम्पलिंग की गई है। बैठक में लाॅकडाउन के बाद की स्थिति पर भी चर्चा की गई। गौतम ने कहा कि हर्ड इम्यूनिटी डवलप होने में समय लगता है इसके मद्देनजर चरणबद्ध तरीके से सिस्टम चालू किया जाए जिससे रोजगार तथा आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई चेन प्रभावित ना हो तथा इस बीमारी को भी नियंत्रित किया जा सके।

20 हजार फूड पैकट रोजाना वितरित
अब तक 1 करोड़ से अधिक का सहयोग मिला भामाशाहों से
जिला कलक्टर गौतम ने बताया कि शहर में रसद की आपूर्ति सुचारू हो इसके लिए करीब 20 हजार निर्मित फूड पैकेटस का वितरण प्रतिदिन एक समय में किया जा रहा है। अब तक 4 लाख 70 हजार से अधिक फूड पैकेट वितरित किए जा चुके हैं। साथ ही 29 हजार से अधिक ड्राइ किट का भी वितरण कर यह सुनिश्चित किया गया है कि लोगों की राशन की कोई दिक्कत ना हो। उन्होंने बताया कि 20 हजार अतिरिक्त राशन किट वितरण के लिए तैयार कर लिए गए हैं। इस कार्य में शहर के भामाशाहों का भी सराहनीय सहयोग मिल रहा है। गौतम ने बताया कि जिले में खाद्य सुरक्षा के तहत आने वाले सभी 3 लाख 25 हजार परिवार (करीब 14 लाख यूनिट) को अप्रैल माह के लिए आवंटित गेहूं का निःशुल्क वितरण कर 28 मार्च से पहले ही कर दिया गया है तथा अतिरिक्त आवंटन भी 15 अप्रैल से वितरित कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा योजना में नहीं आने वाले परिवारों की खाद्य सुरक्षा के लिए 20 हजार किट का वितरण करवाया जाएगा। इसके लिए निगम द्वारा सर्वे कर लिया गया है। जिला कलक्टर ने बताया कि उपखंड स्तर पर सबको राशन मिले यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
गौतम ने बताया कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में जिले में अब तक 1 करोड़ 5 लाख रूपए भामाशाहों द्वारा उपलब्ध करवाए गए हैं।
निजी चिकित्सालयों के स्टाफ को ट्रेनिंग
जिला कलक्टर ने बताया कि निजी चिकित्सालयों के स्टाफ का उपयोग करने के लिए ट्रैनिंग प्रारम्भ करवा दी गई है। प्राचार्य की ओर से मांग की गई संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के बीमा के लिए भी राज्य सरकार स्वीकृति दें जिससे इस कार्य में जुटे में कार्मिक अपना भविष्य सुरक्षित महसूस कर सके। इस पर डाॅ कल्ला ने प्राचार्य को यह प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखने का आश्वासन दिया। डाॅ कल्ला ने पीबीएम अस्पताल में स्टाफ की कमी की जानकारी ली और डा लाल को और स्टाफ लगाने के लिए निर्देशित किया।

बिजली पानी की हो सुचारू आपूर्ति
डाॅ कल्ला ने जिले में पानी बिजली की निर्बाध आपूर्ति के निर्देश देते हुए कहा कि पूरे जिले में कहीं भी पेयजल की किल्लत ना हो, लोगों तक पीने का साफ पानी पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाए।
चारे की उपलब्धता सुनिश्चित हो, मूल्य रहे नियंत्रित
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन यह भी सुनिश्चित कर लें कि पशुपालकों को चारे की उपलब्धता होती रहे, साथ ही चारे का मूल्य भी नियंत्रित रहे इसके लिए भी प्रशासन समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर दल भेज कर पता करे कि संकट के दौर में अब पशुपालकों को चारा खरीदने के लिए अधिक धनराशि खर्च ना करनी पड़े। उन्होंने कहा कि आसपास के राज्यों से जहां से पूर्व में चारा आपूर्ति होता था वहां से भी संपर्क स्थापित कर चारे की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि लाॅ एंड आॅर्डर संधारित है। आमजन पुलिस के साथ सहयोग कर रहें है। पुलिस कर्मियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं साथ ही सतर्क तथा संवेदनशील बनने का प्रशिक्षण दिया गया है। बैठक में नगर निगम आयुक्त डाॅ खुशाल यादव, नगर विकास न्यास सचिव मेघराज सिंह मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर सुनीता चैधरी, बीकानेर उपखंड अधिकारी रिया केजरीवाल, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।