– प्रभारी सचिव ने की जिले में कोविड गतिविधियों और जनजागरूकता अभियान की समीक्षा
– ज्यादा से ज्यादा सैम्पलिंग और समय पर रिपोर्ट मिले
-आमजन को जागरुक करने के लिए और अधिक हो प्रचार प्रसार
-कोरोना के अतिरिक्त बीमारियों का भी हो समुचित उपचार
– बचाव नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ हो कार्यवाही
– वार्डपंच, सरपंच और पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए

अजमेर, एक अगस्त।जिले के प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि कोरोना महामारी का बढ़ता संक्रमण चिंता का विषय है। इसके प्रसार को रोकने के लिए हम सभी को पूरे जोश के साथ काम करना है। ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग और समय पर रिपोर्ट देने की नीति पर काम किया जाए। आमजन को जागरूक करने के लिए शहरों और गांवों में जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर प्रचार-प्रसार गतिविधियों को तेज किया जाए।

जिला प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने आज कलक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयोजित की जा रही गतिविधियों और जागरुकता अभियान की समीक्षा की। जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित और पुलिस अधीक्षक श्री कुंवर राष्ट्रदीप भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

श्री देथा ने कहा कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए हमें विभिन्न स्तरों पर पूरी गंभीरता और जोश के साथ काम करना है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ज्यादा से ज्यादा सैम्पलिंग की जाए। इसकी रिपोर्ट समय पर तैयार हो और लक्षण व बिना लक्षण वाले मरीजों को उनकी बीमारी की गंभीरता के आधार पर अस्पताल या होम आईसोलेट किया जाए । प्रशासन उन इलाकों में विशेष ध्यान दे जहां पर कोरोना के ज्यादा मरीज सामने आ रहे है। इन क्षेत्रों में टेस्ट, टै्रक और आइसोलेट करने के साथ ही प्रचार प्रसार गतिविधियों के जरिए लोगों को जागरूक किया जाए।

उन्होंने जिले भर में किए जा रहे सैम्पल और टेस्ट की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में पूरी गंभीरता के साथ काम करे। विभिन्न क्षेत्रों की मैपिंग कर ज्यादा गंभीरता वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि लोगों में संक्रमण का प्रसार रोका जा सके। इन क्षेत्रों में कन्टेनमेंट गतिविधियों की भी सख्ती से पालना करायी जाए। इसके साथ ही अस्पतालों में गैर कोविड मरीजों के उपचार की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए। कही पर भी मरीजों के लिए दवा और जांच व्यवस्था में कोताही नही बरती नही जानी चाहिए।
श्री देथा ने जिले भर में आयोजित की गई जागरूकता गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि आमजन को जागरूक किया जाना बेहद आवश्यक है। मास्क पहनना, दो गज की दूरी रखना, सेनेटाइज करना और खुले में नहीं थूकना आदि सामान्य उपायों से इस बीमारी से बचा जा सकता है।

आमजन को यह समझाया जाना बेहद आवश्यक है कि सतर्क रहोगे तभी इस बीमारी से बचे रहोगे। उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस, स्थानीय निकाय विभाग और पंचायतीराज विभाग को निर्देश दिए कि कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाने में पूरी सख्ती बरती जाए।

प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि सभी उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार और अन्य अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में कोरोना से संबंधित गतिविधियों का पूरी गंभीरता के साथ संचालन करें। कहीं भी उल्लंघन होता है तो कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही जागरूकता गतिविधियों का भी नियमित संचालन हो, इसकी माईक्रो स्तर पर योजना होनी चाहिए। इन गतिविधियों में वार्ड पंच, सरपंच, पार्षद एवं अन्य स्तर के जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए। प्रचार प्रसार के एसएमएस, वॉल पेंटिग, वीडियो मैसेज का अधिक से अधिक प्रसार हो। अधिकारी पूरे जोश के साथ फील्ड में काम करें।

उन्होंने कहा कि कोरोना के साथ ही गैर कोरोना बीमारियों के उपचार की भी पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में दवा और जांच की पूरी व्यवस्था हो। अस्पतालों में चिकित्सक और नर्सिग स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे। होम आइसोलेट किए गए मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। कोविड केयर सेन्टर और गंभीर रोगियों के लिए अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित हों। सुपर स्पै्रडर और प्रवासी श्रमिकों आदि की लगातार जांच और मॉनिटरिंग की जाए।

श्री देथा ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के साथ ही राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ जरूरतमंदों को मिलना चाहिए। जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि राज्य सरकार द्वारा जरूरतमंदों को राहत देने के लिए घोषित की गई एक्सगे्रशिया की राशि सभी को समय पर मिल जाए। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में ज्यादा से ज्यादा राहत मिलें। शहरी गरीबों के हितों के लिए भी योजनाबद्ध काम हों। शेल्टर होम और रैन बसेरों में रहने वालों को पूरी सुविधाएं मिले।

जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने उन्हें बताया कि जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण रोकने के लिए टेस्ट, टै्रक और आइसोलेट की रणनीति पर काम कर रहा है। जिला प्रशासन, पुलिस और चिकित्सा विभाग सहित प्रशासन के सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। जिले में ज्यादा से ज्यादा सैम्पलिंग और टेस्टिंग हो रही है ताकि वास्तविक संक्रमितों की संख्या पता लगाकर संक्रमण को और बढ़ने से रोका जा सके।

पुलिस अधीक्षक श्री कुंवर राष्ट्रदीप ने अजमेर जिले में पुलिस द्वारा की जा रही गतिविधियों और जुर्माने आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर नगर निगम के आयुक्त डॉ. खुशाल यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री विशाल दवे, सीईओ जिला परिषद श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, एडीए सचिव श्री किशोर कुमार, जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, सीएमएचओ डॉ. के.के.सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

– प्रभारी सचिव श्री देथा ने की होम आईसोलेटेड व्यक्तियों से की मुलाकात
अजमेर एक अगस्त। जिले के प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने शनिवार को अजमेर में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा की जा रही गतिविधियाें का गहनता से निरीक्षण किया। उन्होंने कोरोना प्रभावित क्षेत्रों का दौराकर होम आईसोलेटेड व्यक्तियाें से मुलाकात की। साथ ही जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालय में कोरोना जांच और उपचार की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
प्रभारी सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने आज शहर के विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश के बीच चिकित्सा व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। श्री देथा ने जिला कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित और नगर निगम आयुक्त डॉ. खुशाल यादव के साथ मेडिकल कॉलेज में लैब में जाकर सैम्पल टेस्टिंग व्यवस्था को स्वयं देखा। उन्होनें प्रतिदिन आने वाले सैंपल और उनकी रिपोर्ट आदि व्यवस्थाओं की जानकारी ली। प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि जितने भी सैम्पल हो रहे है। उनकी समयबद्ध रिपोर्ट तैयार कर संबंधित व्यक्ति तक पहुंचायी जाए। उन्होंने कोरोना अस्पताल की व्यवस्थाओं की भी जानकारी ली।

श्री देथा ने शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चन्द्रवरदाई के कार्य क्षेत्र में होम आईसोलेटेड व्यक्तियों से मुलाकात की । उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ की मरीजों से बातचीत में हालचाल जाने और उनसे दवाईयों एवं भोजन आदि के बार में जानकारी ली। मौके पर पल्स मीटर से स्वास्थ्य भी जांचा । मरीजों के परिजनों को आइसोलेटेड व्यक्ति के साथ सामाजिक दूरी बनाए रखकर संवेदनशील व्यवहार के बारे में कहा।
उन्होंने मरीजों को समय पर दवा लेने एवं चिकित्सक से नियमित सम्पर्क में रहने के निर्देश दिए। चिकित्सकों से वीडियोकॉल के माध्यम से जुड़े रहने के लिए निर्देशित किया। मुलाकात के समय उपस्थित स्थानीय चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों को मरीजों से नियमित सम्पर्क में रहने के लिए निर्देशित किया। आइसेलेशन अवधि के दौरान दवा की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

इस अवसर पर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन, सीएमएचओ डॉ. के.के.सोनी, श्री गजेन्द्र सिंह जोधा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।