मुम्बई/कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसकी घोषणा की है. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य की सीमाएं सील कर दी गई है. इसके अलावा जिले की सीमा पर चौकसी बरती जा रही है और समूह में लोगों को कही नहीं जाने दिया जा रहा है।

पंजाब के बाद महाराष्ट्र में भी कर्फ्यूमहाराष्ट्र की सीमा सील, बॉर्डर बंदआवश्यक सेवाओं की दुकानें खुली रहेंगी
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसकी घोषणा की है. सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य की सीमाएं सील कर दी गई है. इसके अलावा जिले की सीमा पर चौकसी बरती जा रही है और समूह में लोगों को कही नहीं जाने दिया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले पंजाब में भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है ।

धार्मिक स्थान बंद

सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य के अंदर आने वाले सभी धार्मिक स्थान बंद कर दिए गए हैं. इन धार्मिक स्थानों पर सिर्फ धर्मगुरु पूजा करेंगे. ऐसे धार्मिक स्थानों को पब्लिक के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.

लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे लोग

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों के रवैये से नाराजगी जताते हुए कहा कि वे मजबूरीवश ऐलान कर रहे हैं कि पूरे राज्य में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे और वे कर्फ्यू की घोषणा करने पर मजबूर हुए हैं. इसी के साथ एक जिले से दूसरे जिले में ट्रांसपोर्ट भी बंद हो गया है. हालांकि जरूरी चीजें ले जाई जा सकेंगी.

आवश्यक सेवाओं की सप्लाई जारी रहेगी

उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना को लेकर हम उस बिंदू पर खड़े है कि अगर हम एहतियात का पालन नहीं करेंगे तो हम भी वैसा ही झेलने को मजबूर हो जाएंगे जैसा दुनिया के कई दूसरे देश झेल रहे हैं. उद्धव ने कहा कि हमने राज्य की सीमाएं सील कर दी है अब हम जिले की सीमाएं भी सील कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्फ्यू का आवश्यक सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. राज्य में दवा दुकानें, दवाओं की सप्लाई, बेकरी, भोजन दुकान, पालतू जानवरों के क्लिनिक और फूड स्टोर, कृषि कार्य से जुड़े दुकान, खाद और बीज के दुकान खुले रहेंगे।

महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित

महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में से है. यहां पर 89 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं. इनमें 5 लोगों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है, जबकि 3 लोगों की मौत इलाज के दौरान हो चुकी है