-क्वारंटाइन सेंटर में जानवरों की तरह दिया जाता खाना।-कोरोना में इम्युनिटी बढ़ाने का बात मजाक है।बिहार(सुपौल)-ओम एक्सप्रेस ब्यूरों-एक तरफ सरकार दिन प्रतिदिन प्रवासी मजदूरों को लाकर क्वारेनटाईन सेंटर में रख रही है। क्वारेनटाईन सेंटर में सरकार के द्वारा इम्युनिटी बढ़ाने का बात मजाक बनता जा रहा है। एकदम जानवरों की तरह खाना दिया जाता है।जिसका तस्वीर आपको स्क्रीन पर दिखा रहा हूं।सेंटर में खाने-पीने की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से प्रवासी मज़दूरों के बीच सरकार के कुव्यवस्था के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है।मामला जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड क्षेत्र में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लगभग 130 प्रवासी मजदूरों ने खराब भोजन देने व सेंटर में व्याप्त कुव्यवस्था से आक्रोशित होकर शनिवार को डेढ़ किलोमीटर पैदल मार्च करते बाजार क्षेत्र होते प्रखण्ड कार्यालय पहुंच जमकर शासन -प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है।इधर सड़क पर क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूरों को देख बाजार क्षेत्र सहित प्रखण्ड कार्यालय कर्मियों में अफरातफरी का माहौल व्याप्त रहा है।अपने -अपने चेम्बर को छोड़ रफ्फूचक्कर भी हो गए जिसके बाद किसी इसकी सूचना त्रिवेणीगंज पुलिस को दी।सूचना के बाद मौके पर पहुंचे त्रिवेणीगंज थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार व सशस्त्र पुलिस के द्वारा काफी समझाने-बुझाने के बाद सभी वापस अपने क्वारेनटाईनसेंटर चले गए।क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे आक्रोशित प्रवाशी मजदूरों ने सही खाना नहीं मिलने का शिकायत की है।क्वारंटाइन में रह रहे मजदूरों का कहना है कि यहां उन्हें घटिया खाना दिया जाता है। आखिर हम लोग भी मानव हैं तो मनुष्य की तरह खाना दिया जाना चाहिए। एकदम जानवरों की तरह खाना दिया जाता है। कभी भी किसी पदाधिकारी ने आकर चेक करना भी जरूरी नहीं समझा है। कहा कि अमूमन उन्हें भात व दाल दिया जाता है वह भी बिल्कुल ही घटिया किस्म का। सुबह में नाश्ता सड़ा चूड़ा मूढ़ी दिया जाता और उसमें नमक के सिवाय कुछ नहीं रहता है। इस खाना से कोरोना में इम्युनिटी बढ़ाने का बात मजाक है। मजदूरों ने जब रसोइया से शिकायत की तो उसका कहना है कि जहां जो शिकायत करना है, कर दें, हम सिर्फ बनाने वाले हैं।