प्रारम्भ में स्वागत भाषण देते हुए वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी चन्द्रशेखर जोशी ने कहा कि खुशाल चंद रंगा वरिष्ठ खेल प्रशासक, क्रीड़ांचल खेल पत्रिका के सम्पादक रहे। उन्होंने बताया कि पहला पुरस्कार मनीष कुमार जोशी को दिया गया था।
इस अवसर पर पुरस्कार प्राप्त करने के उपरांत प्रभात गोस्वामी ने कहा कि मंगलचंद रंगा जैसे व्यक्तित्व की स्मृति में खेल पुरस्कार प्राप्त करना, उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने खेल लेखन और कमेंटरी की बारीकियों के बारे में बताया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार भंवर पृथ्वी राज रतनू ने कहा कि बीकानेर की धरती पर अनेक प्रतिमान स्थापित करने वाली प्रतिभाएं हुई हैं। इसी श्रंखला में गोस्वामी ने उल्लेखनीय योगदान दिया है। रतनू ने खुशाल रंगा को श्रद्धांजलि दी तथा कहा कि गोस्वामी जैसी प्रतिभाओं का सम्मान दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।