बाड़मेर, 30 अक्टूबर। श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ चातुर्मास समिति, बाड़मेर के अध्यक्ष प्रकाशचंद संखलेचा व मिडिया प्रभारी चन्द्रप्रकाश छाजेड़ ने बताया कि परम पूज्य गणाधीश प्रवर श्री विनयकुशलमुनिजी महाराज साहब 31 दिवसीय एकांत पन्यास मंत्र व वर्धमान विद्या की मौन साधना में साधनारत है।

जिनकी साधना की पूर्णाहुति 31 अक्टूबर को होगी इस अवसर पर चातुर्मास समिति द्वारा भव्य महामांगलिक का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम को लेकर प्रचार-प्रसार जोर-शोर से चल रहा है। गुरूवार को साधना की पूर्णाहुति के उपरांत गणाधीश प्रवर के मुखारविंद से प्रथम बार पन्यास मंत्र व वर्धमान विद्या के गुंफित मंत्रों से युक्त महामांगलिक प्रदान की जायेगी व विभिन्न मंत्रों से अभिमंत्रित वासक्षेप प्रदान की जायेगी। महामांगलिक में जयपुर, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित बाड़मेर जिलें के कई स्थानों से भक्तगण शिरकत करेगंे। गणाधीश प्रवर को साधना कक्ष से बाहर निकलने पर सर्वप्रथम केसर के छांटना करने का लाभ मांगीलाल चिंतामणदास संखलेचा परिवार व प्रथम गुरूपूजन करने लाभ शांतिलाल डामरचंद छाजेड़ परिवार ने लिया।