अहमदाबाद 02 मार्च 2021। गुजरात में 2010 पालिका पंचायत चुनाव के बाद यह पहला मौका है, जब ग्रामीण इलाकों में हर जगह बीजेपी का भगवा परचम लहरा रहा है। इस बार बीजेपी उन सीटों पर भी कब्जा करने में सपल रही जहां कांग्रेस को 2015 में जीत मिली थी। आम आदमी पार्टी ने भी इन चुनावों में शहर के बाद गांव में भी एंट्री की है। अब तक गुजरात की दूसरी बड़ी पार्टी का दर्जा प्राप्त कांग्रेस का इस बार सूपड़ा साफ होता दिख रहा है।

AAP की गांवों में भी एंट्री
सूरत म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव में 27 सीटें जीतकर गुजरात में एंट्री करने वाली आम आदमी पार्टी अब जिला पंचायत, तालुका और नगरपालिका में भी एंट्री करती नजर आ रही है। सौराष्ट्र, सूरत और साबरकांठा में 40 सीटों पर आप आगे चल रही है। जामनगर तहसील पंचायत में (आप) के एक प्रत्याशी को जीत भी मिल गई है।

पाटीदारों के गढ़ में भी बीजेपी को बढ़त
पिछले चुनावों की तुलना में इस बार बीजेपी भारी जीत की ओर बढ़ रही है। भाजपा ने पाटीदार बीजेपी पाटीदारों के गढ़ उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र में भी बढ़त बनाए हुए है। वहीं, पिछले चुनावों में जिला पंचायत की 31 में से 22
सीटों जीतने वाली कांग्रेस का अब तक खाता भी नहीं खुला है।

जिला पंचायत में बीजेपी धमाकेदार जीत की ओर
जिला पंचायत की 980 में से 539 सीटों के रुझान आए हैं, जहां 435 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है और 68 पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने 98 सीटों पर जीत दर्ज की है और 14 पर आगे चल रही है। वहीं, नगरपालिका और तालुका पंचायत चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी अच्छी बढ़त बनाए हुए है। मेहसाणा, कच्छ समेत 10 जिलों में बीजेपी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।

कांग्रेस के दिग्गजों का बुरा हाल
अर्जुन मोढवाडिया के भाई की निकाय चुनाव में करारी हार।गुजरात कांग्रेस के विधायक निरंजन पटेल अपने ही चुनावी क्षेत्र में हारे।निरंजन पटेल के बेटे भी हारे।खेदब्रह्मा के कोंग्रेस विधायक अश्विन कोटवाल के बेटे हारे।तारापुर के कोंग्रेस विधायक पूनम परमार के बेटे विजय भी हारे।कोंग्रेस विधायक विक्रम माडम के बेटे करण माडम की द्वारका जिला पंचायत चुनाव में हार। बता दें, नगर पालिका की 8,473 सीटों, जिला पंचायत की 980 और तहसील पंचायत की 4,773 सीटों के लिए कुल 36,008 बूथों पर मतदान हुआ है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, गुजरात की 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तहसील पंचायतों के चुनावों में लगभग 64 प्रतिशत मतदान हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, 81 नगरपालिकाओं में 58.82 प्रतिशत, 31 जिला पंचायतों में 65.80 प्रतिशत और 231 तहसील पंचायतों में 66.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।