बयाना, 8 नवम्बर । बैकलॉग की भर्तियों की मांग व नवीं अनुसूची में गुर्जर आरक्षण के बिल को शामिल कर केन्द्र से पास कराने सहित अन्य मांगों को लेकर गुर्जर समाज को शनिवार को सुबह से ही सरकार के मंत्री अशोक चांदना के पहुंचने की उम्मीद थी। मगर दोपहर बाद सरकार के दूत के रूप में आरएएस अधिकारी रामलाल गुर्जर व हेमसिंह आन्दोलन स्थल पीलूपुरा पहुंचे। उनकी आंदोलनकारियों से करीब आधा घन्टा चली वार्ता विफल रही। इसके बाद दोनों ही आरएएस अधिकारी बैरंग लौट गए। इधर आंदोलन की कमान संभाल रहे विजय बैंसला ने चेतावनी दी कि या तो सरकार जल्द ही हमारी सुनवाई करे, अन्यथा 9 नवंबर से पूरे प्रदेश में आन्दोलन शुरू किया जाएगा।

बयाना के पीलूपुरा आन्दोलन स्थल पर शनिवार को भी पिछले दो दिनों की भांति भीड़भाड़ रही। आन्दोलनस्थल पर कैप्टन हरप्रसाद तंवर, कैप्टन जगराम,बन्टी गुर्जर, हरदेव सरंपच, नरोत्तम सहित अन्य नेता भी मौजूद रहे। इधर भूराभगत समाज के लोगों से चर्चा करने के लिए सवाईमाधोपुर के लिए रवाना हो गए। आन्दोलन के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला भी शनिवार को आंदोलनस्थल पर नहीं पहुंचे। बताया गया कि वह दौसा के सिकन्दरा में वहां के गुर्जर समाज से इसी सिलसिले में बातचीत करने गए। आरक्षण आंदोलन से जुड़े नेताओं की सक्रियता को देखकर अब पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों सहित गुप्तचर महकमा भी और अधिक अलर्ट हो गया है।

आंदोलन को एक सप्ताह पूरा
इस बीच गुर्जर समाज के आन्दोलन ने बयाना के पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर शनिवार को एक सप्ताह पूर्ण कर लिया। इस दौरान अब तक खेल मंत्री अशोक चांदना, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नीरज के पवन, आरएएस अधिकारी रामलाल गुर्जर, हेमराजसिंह सहित अन्य अधिकारी भी आन्दोलनकारियो के पीलूपुरा रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर कई बार वार्ता कर चुके हैं, लेकिन बात नहीं बन पा रही।

हमारा नेता केवल कर्नल बैसला
बयाना के नहरा क्षेत्र के पंच पटेलों की बैठक शनिवार को बयाना के दमदमा रोड स्थित एक आवासीय परिसर में हरिकिशन सिंह महरावर की अध्यक्षता में हुई। इसमें नहरा क्षेत्र के पंच सरपंचों सहित सरकार से वार्ता करने गए 41 सदस्यी प्रतिनिधि मण्डल के कई सदस्य भी शामिल रहे। इस बैठक में गुर्जर आरक्षण से सम्बन्धित मांगों को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। इसमें नेताओं ने कहा कि हमारे नेता किरोड़ी सिंह बैंसला हैं। उनके अलावा उन्हें और कोइ नेता मंजूर नहीं।

अशोक चांदना ने कर्नल बैंसला को वार्ता का दिया न्यौता
खेल एवं युवा राज्य मंत्री अशोक चांदना ने कहा है कि मुझे मीडिया से ज्ञात हुआ है कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके प्रतिनिधि सरकार के साथ वार्ता के लिए तैयार हैं। कर्नल साहब मेरे पिता तुल्य हैं, उनके स्वागत के लिए मैं तत्पर हूं। एक बयान में चांदना ने बताया कि पूर्व में भी गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने बयाना में वार्ता के लिए मुझे आमंत्रित किया था। मैं तत्काल ही भरतपुर पहुंचकर संघर्ष समिति के सदस्यों से वार्ता की थी। पुन: कर्नल साहब ने मुझे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की मांगों के लिए वार्ता के लिए पीलूपुरा में आमंत्रित किया था। मैं तत्काल ही जयपुर से पीलूपुरा के लिए रवाना हुआ था, लेकिन दुर्भाग्यवश मुलाकात नहीं हो पाई। जब मैं पीलूपुरा जा रहा था तो रास्ते में अवरोध उत्पन्न होने के कारण यथा स्थान पर नहीं पहुंच पाया था। वहीं से तत्काल कर्नल साहब से मोबाइल पर बात की, उन्होंने विजय बैंसला से बात करने के लिए कहा लेकिन विजय से बात होने के उपरान्त उन्होंने थोड़ी देर से बात करने को कहा किन्तु काफी प्रयास के बाद भी सम्पर्क नहीं हो पाया।

राज्य सरकार वार्ता के लिए सदैव तत्पर
राज्य सरकार गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति से उनकी मांगों के लिए वार्ता के लिए सदैव तत्पर है एवं वार्ता के लिए दरवाजे हमेशा ही खुले हुए हैं। कर्नल साहब एवं उनके प्रतिनिधि सहित पूरा राज्य जानता है कि यह समय दीपावली त्योहार का है और आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मैं कर्नल साहब एवं उनके प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बयाना/हिंडौन में आमंत्रित करता हूं ताकि उनकी मांगों पर चर्चा कर यथोचित निर्णय लिया जा सके।