जमुई(मुकेश कुमार)।उत्तराखंड के हरकीपौड़ी से दंडवत करते हुए बाबाधाम(झारखंड)जल चढ़ाने के लिए निकले जर्नादन पासवान का सोमवार को चकाई की सीमा में प्रवेश करने पर माधोपुर और बेला के ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत किया।माधोपुर के समाजसेवी शिवकुमार मिश्रा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जर्नादन पासवान का स्वागत किया और उन्हें अपने निगरानी में माधोपुर तक पहुंचाया।पेशे से राजमिस्त्री और चकाई प्रखंड के माधोपुर पंचायत के बेला निवासी 50 वर्षीय जर्नादन पासवान ने बताया कि वर्ष 2019 में एक दिन अचानक उनके मन में दंडवत यात्रा करने का विचार आया।

जिसके बाद उन्होंने घरवालों से सलाह मशविरा किया और घर से हरकीपौडी के लिए निकल गए और 18 मार्च 2019 को हरकीपौडी घाट से जल उठाया और लोककल्याण की कामना के साथ देवघर तक के लिए दंडवत यात्रा प्रारंभ की।इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड से दिल्ली,यूपी होते हुए बिहार की सीमा में प्रवेश किया।रास्ते में जगह-जगह पर पुलिस कर्मियों और स्थानीय लोगों ने यात्रा में सहयोग किया।इस दौरान पटना के फतुहा के समीप यात्रा के दौरान एक बोलेरो ने उन्हें जोरदार ठोकर मार दी लेकिन ईश्वर की कृपा से उन्हें खरोंच तक नहीं आई और वे लगातार यात्रा पर हैं।इसी क्रम में आज अपने गृह प्रखंड चकाई पहुंचे जहां उनका ग्रामीणों ने स्वागत किया।जर्नादन ने बताया कि ईश्वर की कृपा से मनुष्य कोई भी कठिन से कठिन कार्य और यात्रा कर सकता है।उन्होंने बताया कि सपने में भी नहीं सोचा था कि इतनी लंबी दंडवत यात्रा पूरी होगी लेकिन ईश्वर की कृपा से उनकी ये यात्रा पूरी हो रही है।जर्नादन कहते हैं कि बाबधाम में जल चढ़ाने के बाद वे बासुकीनाथ पर जल चढ़ाने के बाद अपनी यात्रा का समापन करेंगे।इस मौके पर समर यादव,पंकज साह,लखन पासवान,चंदन गुप्ता,अंजय साह आदि मौजूद थे।