निरोगी राजस्थान अभियान पर कार्यशाला आयोजित
बीकानेर, 21दिसम्बर। जिला प्रभारी मंत्री और अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीर है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सोच है कि अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दी जावे।
प्रभारी मंत्री शुक्रवार को पीबीएम अस्पताल स्थित आचार्य तुलसी कैसर उपचार एवं अनुसंधान केन्द्र में ’राज्य सरकार की पहली वर्ष गांठ के अवसर पर ’निरोगी राजस्थान’ अभियान के तहत आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्हांेने कहा कि इस अभियान के दौरान जिले के प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा। आमजन को स्वास्थ्य शिक्षा देकर निरोगी रहने तथा स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देकर गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क चिकित्सा सेवा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले में लोगांे को स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर विभिन्न बीमारियों की रोकथाम हेतु जागरूक करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। मिलावट की रोकथाम, प्रदूषण को कम करने, नशामुक्ति आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मिलावट रोकने के लिए सघन अभियान चलाकर में मिलावट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि गत एक वर्ष में विकास के बहुतेरे कार्य हुए है, जो निरन्तर जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान कीे जनता निरोगी रहे इसके लिए यह अभिनव शुरूआत है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निःशुल्क दवा योजना और निःशुल्क जांच योजना का दायरा बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि अब राज्य में कैंसर, हद्य रोग, गुर्दा रोग का उपचार और जांच निःशुल्क कर दी हैं। साथ ही जतना क्लिनिक की शुरूआत जयपुर से की गई है, जो शीघ्र राज्य के अन्य जिलों में प्रारंभ की जाएगी।
इस अवसर पर जिला प्रभारी सचिव आर. वेंकेटश्वरन ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने गरीब एवं जरूरत मंदों को चिकित्सा सुविधा देने के लिए सर्वप्रथम 1998 में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य जीवन रक्षा कोष की स्थापना की थी। इसके माध्यम से पात्र लोगों की चिकित्सा पर सहायता दी जाती थी। वर्तमान में मुख्यमंत्री ने निःशुल्क दवा योजना और निःशुल्क जांच योजना का विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव करके स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर होना है। यह अभियान हमें स्वस्थ रहने के बारे में जागरूक करेगा। गांव-ढ़ाणी तक लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जायेगा।
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि ’निरोगी राजस्थान’ अभियान को जन आन्दोलन बनाने की जरूरत है। यह कोई सरकारी योजना नहीं है, हम सबके स्वास्थ्य से जुड़ा अभियान है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एक कदम बढ़ाया है, हमें इसमें सक्रिय भागीदारी निभानी होगी। आमजन कम बीमार हो, ऐसा प्रचार-प्रसार किया जाए। स्वस्थ शरीर होगा तभी स्वस्थ मस्तिष्क होगा और इसी से हम अपनी ऊर्जा का उपयोग स्वयं, राज्य व राष्ट्र के विकास के लिए कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान जनसंख्या नियंत्रण, वृद्धावस्था में स्वास्थ्य की देखभाल, महिला का स्वास्थ्य, किशोरावस्था में स्वास्थ्य की देखभाल, मौसमी रोगों सहित अन्य रोगों के बारे में जागरूक और उपचार किया जायेगा।

खाजूवाला विधायक गोविन्द राम मेघवाल ने कहा कि समाज शिक्षा के अभाव से मुक्त बनाने, छूआ-छूत, जाति-धर्म जैसे रोगों से मुक्त करने की जरूरत हैं। शरीर का रोगों से बचने के साथ-साथ सामाजिक बुराईयों (रोगों) का निदान के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे।
इस अवसर पर महेन्द्र गहलोत, यशपाल गहलोत, जियाउर रहमान आरिफ, जावेदन पड़िहार ने भी विचार व्यक्त किए। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी योगेन्द्र तनेजा ने कार्यक्रम की रूप रेखा प्रस्तुत की। डाॅ. कीर्ति शेखावत ने विभिन्न रोगों के कारण एवं उनका उपचार पर प्रजन्टेशन दिया।
समारोह में प्रभारी मंत्री ने रन फोर निरोगी राजस्थान दौड़ में विजेता रहे श्रवण कुमार, मानसी पारीक, भवानी सिंह, जितेन्द्र, बजरंग लाल व अमित को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।

समारोह में नगर निगम आयुक्त डाॅ. प्रदीप के गवांडे,सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ.एच.एस. कुमार, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल डाॅ. पी.के. बेरवाल, डाॅ. मोहम्मद सलीम, एडीएम सिटी सुनीता चैधरी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन आईसी काॅडिनेटर मालकोश आचार्य ने किया।