– शनिवार को खाभा फोर्ट में सूर्य नमस्कार से होगी सूरज की अगवानी,

– कुलधरा में होगा प्राचीन विरासतों का दिग्दर्शन,*

–लाणेला के रण में अश्वों का कारवाँ जगाएगा रोमांच

– सम के धोरों पर शनिवार रात थम जाएगी लोक लहरियों की धमाल

जैसलमेर, / मरु महोत्सव का चौथा और अंतिम दिन 27 फरवरी, शनिवार उगते सूरज की अगवानी में सूर्य नमस्कार से ओज-तेज और सेहत पाने, पुरातन विरासतों के दिग्दर्शन और अश्वों की दौड़ का आनंद देगा, वहीं साँझ सम के मखमली धोरों पर सन सेट के दिग्दर्शन, कैमल और जीप सफारी का रोमांच जगाएगा, और रात माटी की सौंधी गंध के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सजेगी, विश्व प्रसिद्ध लोक कलाकार लोक संस्कृति का वो झरना बहाएंगे कि हर कोई वाह-वाह कर उठने को विवश होगा।
चार दिवसीय मरु महोत्सव सम के धोरों पर आतिशबाजी के रंगीन नज़ारों से आसमान को भर देने के साथ ही जीवन में सुनहरे रंगों और रसों के प्रवाह को तीव्रतर बनाए रखने और स्वर्णिम भविष्य का संदेश देने के साथ ही सम्पन्न हो जाएगा।
नया साल, नयी उम्मीद और नए जश्न को सुनहरा आकार देते हुए सम के धोरों पर लोक लहरियों की धमाल को देखने और लुत्फ उठाने हजारों की संख्या में लोग भाग लेंगे।

*खाभा फोर्ट में सूर्य नमस्कार और मयूर दर्शन*
मरु महोत्सव के चौथे और अंतिम दिन शनिवार को सुबह 6.30 बजे खाभा फोर्ट परिसर में उगते सूरज की अगवानी में सूर्य नमस्कार कार्यक्रम होगा। आयुर्वेद उप निदेशक डॉ. रामनरेश शर्मा के अनुसार आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। शनिवार की प्रभात में खाभा में मयूर दर्शन का मंत्र मुग्ध कर देने वाला मनोहारी दृश्य भी देखने को मिलेगा।

*लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ लजीज खान-पान का भी इंतजाम*
इस दौरान पूरे परिसर में रावण हत्था, कमायचा, मोरचंग, अलगोजा आदि पर केन्दि्रत पाश्र्व संगीत की लाईव प्रस्तुति होती रहेगी। खाभा फोर्ट में मरु महोत्सव के चारों ही दिन ‘‘खाना-पीना एट खाभा’’ की परिकल्पना पर ए थीम रेस्टोरेंट संचालित रहेगा। इसके उपरान्त प्रातः 9 से 11 बजे पुरा विरासत कुलधरा में कैटल शो, वॉल पेंटिंग, रंगोली, माण्डणा आदि का प्रदर्शन होगा।

*लाणेला के रण में अश्वों की दौड़ का अनुपम नजारा*
मध्याह्न 12.30 से दोपहर 2 बजे तक लाणेला के रण में सिंधी नस्ल के अश्वों की दौड़ और अश्वारोहियों के रोमांचक कार्यक्रम, अश्व नृत्य आदि होंगे। इसमें विभिन्न प्रदेशों के बेहतरीन नस्ल के श्रेष्ठ घोड़े शामिल होंगे।

*समापन सम के धोरों पर*
शाम 4 से 6 बजे तक सम के धोरों पर कैमल रेस, कैमल डांस, होर्स डांस, रस्साकशी, सैण्ड आर्ट डिस्प्ले आदि के कार्यक्रम होंगे। शाम 7 बजे सम के धोरों पर ‘‘सुरीलो जैसाण’’ होगा। इसमें इण्डियन आईडल फेम एवं प्ले बेक सिंगर स्वरूप खान और विख्यात सिंगर ममे खान की मशहूर प्रस्तुतियों का दरिया बहेगा। विश्वप्रसिद्ध सम के धारों पर शनिवार रात 10 बजे रंगीन आतिशबाजी के साथ चार दिवसीय मरु महोत्सव का समापन होगा।
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