मुकेश पूनिया
बीकानेर। मिलावटखोरी और डूप्लीकेट उत्पादों का हॅब बन चुके बीकानेर में अब सर्राफा कारोबार से जुड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पता चला है कि यहां सोने-चांदी के जेवरातों में भी जमकर मिलावटखोरी चल रही है, वहीं नकली सोने के जेवरात भी असली बताकर बेचें जा रहे। हालांकि सोने की शुद्धता का पैमाना 22 कैरेट और 24 कैरेट माना जाता है लेकिन यहां के स्वर्णकार और ज्वैलरी कारोबारी 18 कैरेट के सोने के जेवरात शुद्ध सोने की किमत में बेच रहे है।

हालांकि पुराने और प्रतिष्ठित कारोबारी मिलावटखोरी से दूरी बनाये हुए है लेकिन ज्वैलरी व्यवसाय में अब ऐसे कारोबारियों ने दस्तक दे दी है जो नकली और कम गुणवत्ता के स्टोन्स की ज्वैलरी को ‘असली’ बताकर बेच रहे है। इसे बीकानेर के प्रतिष्ठित सर्राफा कारोबार की साख बिगडऩे लगी है। ज्वैलरी कारोबार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ज्यादात्तर सर्राफा कारोबारी दाम भले ही 22 कैरेट सोने के वसूल रहे है लेकिन असल में यह 18 कैरेट से भी कम हो सकता है।

सोने में मिलावट करने वाले ज्वैलर्स इसलिए भी बेखौफ हैं, क्योंकि सोने में मिलावट रोकने के लिए अलग से कोई पुख्ता कानून नहीं है। ग्राहक केवल आईपीसी की धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज करा सकता है या कंज्यूमर कोर्ट में क्षतिपूर्ति का दावा कर सकता है। सिर्फ सोने के जेवरातों में ही नहीं यहां चांदी के जेवरातों,बर्तनों और सिक्कों में जमकर मिलावटखोरी हो रही है।

चांदी के नकली सिक्के,बर्तन, नोट और मूर्तियां तो खुलेआम बिक रही है। गौरतलब रहे कि धनतेरस व दीपावली के समय सोने चांदी के जेवरातों की आम लोग अधिक खरीदारी करते हैं। धनतेरस पर तो सोना-चांदी लेने की परंपरा है इसे देखते हुए सर्राफा कारोबार में गरमाहट आ जाती है। त्योहारी बिक्री से मोटा मुनाफा कमाने वाले अभी से सक्रिय हो गए हैं। जानकार बताते हैं कि त्योहार के समय आर्डर 70 प्रतिशत तक वाली ज्वैलरी बनवा कर लाई जाती है दुकानदार उसे 80 से 90 प्रतिशत शुद्ध सोना बता कर बेचते हैं। इस तरह सोने का पूरा भाव देने के बाद भी खरीदारों को 30 प्रतिशत सोने का नुकसान उठाना पड़ता है। अच्छी गुडविल वाले दुकानदार मार्केट खराब होने के भय से मिलावटी जेवरात बेचने से कतराते हैं । एक प्रश्न के उत्तर में एक दुकानदार ने बताया कि सोने में मिलावट का पता तो कसौटी पर तपाने के बाद ही पता चलता है। खरीद और बिक्री का धंधा दुकानदार की गुडविल और ग्राहक से संबंधों पर निर्भर होता है।

*सावधानी हटी तो लगा* चूना*जानकारी के अनुसार धनतेरस नजदीक आते ही सर्राफा बाजार में मुनाफा खोर सक्रिय हो जाते हैं। इसके लिए गहनों से लेकर सोने चांदी के सिक्कों तक में मिलावट की जाती है। इसलिए यह आवश्यक है कि जेवरात खरीदते समय बेहद सतर्क रहें जरा सी चूक हुई तो मिलावटी जेवर थमा दिए जाएंगे। इसका पता भी तब चलेगा जब आप गाढ़े वक्त में जेवरात बेचेंगे। बीकानेर में चांदी और सोने के सिक्कों में मिलावट का खेल सबसे अधिक चलता है। इसलिए जहां तक हो चांदी के सिक्के खरीदनें से बचे।