1200 करोड़ रुपये का खर्च को वहन करेगी केजरीवाल सरकार

नई दिल्ली(अनूप कुमार सैनी)। लोकसभा चुनाव-2019 में दिल्ली की सातों सीटों पर शिकस्त खाने वाली आम आदमी पार्टी अभी से दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 की तैयारी में जुट गई है। इस बाबत सोमवार को दिल्ली के मतदाताओं खासकर महिलाओं को लुभाने के लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी डीटीसी बसों में और मेट्रो ट्रेनों में मुफ्त यात्रा का ऐलान किया है।
सोमवार दोपहर आम आदमी पार्टी की पत्रकार वार्ता में सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली मेट्रो और दिल्ली परिवहन निगम की बसों में मुफ्त सफर का एलान किया है। दिल्ली सीएम ने कहा कि इस बाबत सब्सिटी किसी पर थोपी नहीं जाएगी। कुछ महिलाएं अपनी आर्थिक समस्याओं के चलते मेट्रो ट्रेन में सफर नहीं कर पाती हैं। मुफ्त यात्रा का नियम लागू होने के बाद ऐसी महिलाएं भी मेट्रो व बसों में सफर कर सकेंगी।

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केजरीवाल ने मेट्रो और बसों में महिलाओं को मुफ्त में यात्रा कराने की योजना की घोषणा के दौरान कहा कि इस योजना को शुरू करने के लिए आने वाले पूरे खर्च को दिल्ली सरकार उठाएगी। उन्होंने कहा कि महंगा हो चुका मेट्रो का किराया महिलाओं को परेशान कर रहा है, मगर किसी पर जोर नही डाला जाएगा। जो महिलाएं टिकट ले सकती हैं वे ले सकेंगी। पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा इस योजना के लिए केंद्र से अनुमति की जरूरत नही होगी।
सोमवार को दिल्ली सचिवालय में बुलाई प्रेसवार्ता में केजरीवाल ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर दिल्ली सरकार गंभीर है। दिल्ली में एक लाख 40 हजार कैमरे लगाए जा रहे हैं। यह कार्य रुक गया था अब फिर से 8 जून से शुरू होगा। इसके अलावा एक लाख 40 हजार कैमरे और लगाए जाएंगे। इसके लिए भी आठ जून से प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

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दिल्ली सरकार करेगी भुगतान
यहां पर बता दें कि दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा है कि यह योजना हर हाल में हमें लागू ही करनी है। मेट्रो में महिलाओं की मुफ्त यात्रा पर आने वाले खर्च को दिल्ली सरकार उठाएगी। इसके लिए वह डीएमआरसी को भुगतान करेगी।
बता दें कि दिल्ली की बसों व मेट्रो में कुल यात्रियों में 33 फीसद महिलाएं होती हैं। इस हिसाब से जो अनुमान लगाया गया है। उसके अनुसार प्रति वर्ष करीब 200 करोड़ रुपये का खर्च बसों को लेकर सरकार पर आएगा।
मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि बसों की अपेक्षा मेट्रो में महिलाएं अधिक यात्रा करती हैं। यदि योजना लागू होती है तो यह दिल्ली की अपनी तरह की अलग योजना होगी।

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बता दें कि दिल्ली की सातों सीटों (नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, उत्तर पूर्वी दिल्ली, उत्तर पश्चिमी दिल्ली और चांदनी चौक) पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के न केवल हार मिली, बल्कि पार्टी का वोट शेयर भी गिरा है। वहीं, दिल्ली विधानसभा चुनाव होने में एक साल से भी कम का वक्त बचा है, ऐसे में केजरीवाल सरकार दिल्ली की सत्ता में वापसी के प्रयास में अभी से जुट गई है।
बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार की मंशा इस योजना को बसों और मेट्रो में एक साथ लागू करने की है। यह अलग बात है कि डीटीसी व क्लस्टर स्कीम की बसों में इसे लागू करने में सरकार के सामने कोई अड़चन नहीं है, लेकिन मेट्रो में सुरक्षा की दृष्टि से इसे लागू कर थोड़ा जटिल काम है।
इस बाबत परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को मेट्रो के अधिकारियों को बुलाकर इस योजना को लेकर चर्चा की। कोई तकनीकी अड़चन नहीं आई तो छह माह में योजना लागू हो जाएगी। दिल्ली सरकार ने इसके लिए मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) से जल्द प्रस्ताव लाने को कहा है।

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