दिवाली के अवसर पर रविवार शाम दिल्ली-एनसीआर के लोगों न जमकर आतिशबाजी की। इसका असर सोमवार सुबह दिल्ली की आबो-हवा पर दिखा। जहरीले धुंए और धूल के कणों ने यहां की हवा को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं दूसरी ओर आर्थिक राजधानी मुंबई में प्रदूषण कम दिखा और यहां लोगों को सांस लेने में दिक्कत नहीं हुई।

दिल्ली में हर सांस जहरीली

चलिए जानते हैं दिवाली के बाद दिल्ली की हवा का क्या हाल है। दिल्ली और नोएडा में हर सांस जहरीली है क्योंकि यहां सोमवार सुबह हवा में पॉल्यूटेंट (प्रदूषण कारक तत्व) का स्तर 306 और 356 रहा। वैसे बता दें कि पहले से ही माना जा रहा था कि दिवाली की अगली सुबह दिल्ली-NCR की हवा सांस लेने लायक नहीं होगी और यह खतरनाक स्तर तक पहुंच सकती है।

दूसरे कारण भी हैं प्रदूषण के

दिल्ली की हवा में प्रदूषक तत्वों की भरमार है, लेकिन ऐसा नहीं है कि यह सब पटाखों की वजह से ही है। आसपास के इलाकों में पराली का जलना, वाहनों से निकलने वाला धुआं और विनिर्माण कार्यों से हवा में फैलने वाले धूल के कण भी यहां की हवा को प्रदूषित करते हैं।

एयर क्वालिटी इंडेक्स डाटा की बात करें तो मुंबई के हाजी अली इलाके में पीएम 2.5 सिर्फ 32 और पीएम 10 भी 43 के स्तर पर रहा। बता दें कि यह स्तर सांस लेने के लिए अच्छी कैटेगरी में माना जाता है। हवा की क्वालिटी को इस तरह से समझा जा सकता है। हवा में पॉल्यूटेंट 1 से 100 तक स्तर को सांस लेने के लिए अच्छा माना जाता है, जबकि 101 से 200 तक मोड्रेट और 201 से 300 तक के स्तर को खराब माना जाता है। 301 से 400 तक बहुत खराब और 401 से ऊपर के स्तर को खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है।

गुरुग्राम में भी हवा का स्तर खराब –

दिल्ली-एनसीआर के एक प्रमुख शहर गुरुग्राम में भी दिवाली के अवसर पर खूब आतिशबाजी हुई। यहां के ग्वाल पहाड़ी इलाके में प्रदूषण का स्तर 279 दर्ज किया गया। बता दें कि सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वैदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) ने शनिवार को ही आशंका जतायी थी कि दिवाली के बाद दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा में प्रदूषण का स्तर 324 के खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है।

हापुड़ की हवा में सिर्फ जहर

हवा के खराब स्तर की बात करें तो दिल्ली के करीब हापुड़ इस मामले में सबसे खराब रहा। यहां पर हवा में पॉल्यूटेंट का स्तर 657 तक पहुंच गया, जबकि उत्तर प्रदेश के ही मुरादाबाद में हवा में प्रदूषत तत्वों का स्तर 340 दर्ज किया गया। दूसरी तरफ मुंबई के मरीन ड्राइव का यह दृष्य देखें, यहां सब कुछ साफ-साफ नजर आ रहा है। ऐसा नहीं है कि मुंबई में लोगों ने दिवाली नहीं मनाई, लेकिन यहां की हवा का स्तर अच्छा दर्ज किया गया है।

प्रदूषण से निजात दिलाने की कोशिश

प्रदूषण है तो उससे निजात दिलाने की कोशिशें भी जारी हैं। पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने लक्ष्मी नगर इलाके में यहां की सड़कों पर टैंकर से पानी का छिड़काव किया। निगम की गाड़ियां यहां पानी का छिड़काव करती हुई दिखाई दीं। प्रदूषण की वजह से दिल्ली-NCR के विभिन्न इलाकों में लोगों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ा।

ऑड-ईवन से कम होगा प्रदूषण

बता दें कि 4 से 15 नवंबर के बीच दिल्ली में ऑड-ईवन नियम लागू होने जा रहा है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए यह पहल की है। बता दें कि इससे पहले भी पिछले वर्षों में प्रदूषण कम करने के लिए दो बार ऑड-ईवन नियम लागू किया गया था !