महारानी सुदर्शन महाविद्यालय का वार्षिक उत्सव आयोजित, नेहरू शारदा पीठ में किया शिलान्यास,
बीकानेर, 7 फरवरी। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में उच्च शिक्षा का लाभ प्रत्येक जरूरतमंद विद्यार्थी को मिले, विशेष कर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली बालिकाओं को सीनियर सेकेंडरी के बाद महाविद्यालय शिक्षा का लाभ भी मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के बजट में बीकानेर के बज्जू और छतरगढ़ सहित प्रदेश में 50 महाविद्यालय खोले हैं जो इसी सत्र से क्रियाशील भी हो गए।

भाटी शुक्रवार को महारानी सुदर्शन महाविद्यालय के वार्षिक उत्सव समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। भाटी ने कहा कि 50 महाविद्यालयों में से 10 महाविद्यालय बालिकाओं के लिए खोले गए हैं। सरकार की मंशा है कि प्रदेश की विभिन्न महाविद्यालयों में अतिरिक्त संकाय खोले जाएं। भाटी ने कहा कि महारानी सुदर्शन महाविद्यालय में हिंदी, इतिहास और समाजशास्त्र सहित भूगोल और उर्दू के विषय खोले जाएंगे। साथ ही पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाओं में विज्ञान के विषय खोलने के लिए भी राज्य सरकार स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि महारानी सुदर्शना महाविद्यालय सहित अन्य बालिका महाविद्यालय में स्नातक स्तर तथा पोस्ट ग्रेजुएट की कक्षाओं में अतिरिक्त विषय खोलने के लिए सरकार द्वारा अभी से ही कार्य योजना बनाई जा रही है और उम्मीद है कि छात्र-छात्राओं की मांग शीघ्र पूरी हो सकेगी।

उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को राजकीय महाविद्यालय में प्रवेश लेने पर शुल्क माफ कर दिया गया है। साथ ही जनजाति क्षेत्र की बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए उन्हें विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है। टीएसपी क्षेत्र की बालिकाओं को कॉलेज तक आने के लिए स्कूटी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि टाॅप रहने वाले विद्यार्थियों में 70 प्रतिशत बालिकाओं का होना गर्व का विषय है। बालिकाओं ने शिक्षा और खेलकूद सहित प्रशासनिक सेवाओं में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
एमएस कॉलेज छात्रावास के लिए दी जाएगी आर्थिक मदद
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि महारानी सुदर्शन महाविद्यालय का छात्रावास पिछले 5 वर्षों से बंद पड़ा है, इसे पुनः क्रियाशील करने के लिए डीएमएफटी से पैसे मिले इसके प्रयास होंगे। अगर तकनीकी खामी के चलते डीएमएफटी से पैसा नहीं मिला तो राज्य सरकार से बजट उपलब्ध करवा कर छात्रावास ठीक करवाया जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्र की 10 हजार बालिकाएं जुड़ी उच्च शिक्षा से
भंवर सिंह भाटी ने कहा कि सरकार द्वारा खोले गए 50 महाविद्यालयों में 10 हजार से अधिक बालिकाओं ने प्रवेश लिया है। जिला मुख्यालय से दूर स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में कॉलेज खोलने के निर्णय से विद्यार्थियों को उनके गांव में अथवा आस-पास में ही महाविद्यालय की शिक्षा मिल पा रही है।
21 फरवरी को मनाया जाएगा राजस्थानी भाषा दिवस
भाटी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस 21 फरवरी के अवसर पर प्रदेश के सभी महाविद्यालयों में राजस्थानी भाषा दिवस आयोजित किया जाएगा। राजस्थानी भाषा से विद्यार्थियों के जुड़ाव के लिए सरकारी और गैर सरकारी महाविद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित होंगे।।
कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी ने कहा कि बालिकाएं परिवार की प्रतिष्ठा होती है। बालिकाएं शिक्षा ग्रहण कर विभिन्न क्षेत्रों में नाम रोशन करें और अपनी परिवार की प्रतिष्ठा बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि एम एस काॅलेज माॅडल काॅलेज के रूप में विकसित हो इसके लिए शीघ्र ही अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध करवाए जाएंगे।
दैनिक भास्कर के स्थानीय संपादक मधु आचार्य ने कहा कि छात्रसंघ मजबूत हो तो प्रजातंत्र भी मजबूत हो सकेगा। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र की शुरूआत में ही छात्रसंघ चुनाव सम्पन्न करवा शपथ आदि करवा लेने चाहिए, ताकि पढ़ाई का नुकसान ना हो। काॅलेज की प्राचार्य पुष्पा चैहान ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। काॅलेज शिक्षा सहायक निदेशक राकेश हर्ष, छात्र संघ अध्यक्ष साक्षी राजपुरोहित अध्यक्ष ने भी विचार रखे।

नेहरू शारदा पीठ में किया शिलान्यास
इससे पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने नेहरू शारदा पीठ पीजी महाविद्यालय में 5 लाख रुपए के कार्यों के शिलान्यास किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते हुए अपने कोर्स का दोहराव करें और बेहतर परिणाम प्राप्त करें।
कार्यक्रम में एमजीएसयू के पूर्व कुलपति भागीरथ सिंह ने कहा कि अनुशासन विद्यार्थियों की पूंजी है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी विद्या हासिल कर पिछडे़ लोगों के कल्याण में अपना योगदान दें। प्राचार्य प्रशांत बिस्सा ने महाविद्यालय की गतिविधियों से जुड़ा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में जुगल किशोर ओझा, छात्रसंघ अध्यक्ष जितेन्द्र भादाणी, डाॅ आर के पुरोहित, पीयूष पुरोहित, राकेश हर्ष सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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