करोना से जारी जंग में उसे हराने का एक ही तरीका सोशल डिस्टेंसिंग है , जिसके लिए सरकार द्वारा जनहित में कड़ाई से लागू किया गया कदम लाक डाउन अत्यंत जरूरी है , जिसका मैं हृदय से समर्थन व स्वागत करती हूं !

इसके लिए हम आप , हम सभी का घर में ही रहना , भीड़ भाड़ में ना जाना , पृथक रहना पहली अनिवार्यता है !

जिसके अनुपालन में मैं
घर में रहकर सुबह उठकर प्राणायाम , यथासंभव योगा करने के साथ स्थिर चित्त से अखबार व किताबें पढ़ना व कविता , गीत कहानी , आलेख आदि लिखने का कार्य अच्छे से कर रही हूं !

अब आज से नवरात्र शुरू हो गया है जिसमें आदिशक्ति मां जगदंबा की आस्था पूर्वक नौ दिन तक व्रत , पूजा , आराधना करते हुए अपना लेखन कर अच्छी तरह से कर सकूंगी ,यह सोच कर भी सकून महसूस हो रहा है !

आज से शुरू नवरात्र में आदि शक्ति जगदंबा की सच्चे ह्रदय से व्रत पूजा अर्चना करने से कोरोना वायरस अवश्य हारेगा! यह मेरा अटल विश्वास है !

हां वक्त वक्त से टेलीविजन पर न्यूज़ सुनना भी नहीं भूलती
जिससे देश-दुनियां की खबरें मिलती रहती हैं जिससे मैं देश-दुनियां से जुड़े रहने की कमी भी महसूस नहीं करती हूं !

दिन में वक्त वक्त से मैं न्यूज सुनती हूं ! और अपने रिश्तदारो और मित्रों परिजनों से मोबाइल फोन से वार्ता कर उनकी खैरियत भी मालूम करती रहती हूं !

मेरी सकारात्मक सोच एवं सार्थक गतिविधियां कभी अकेलापन महसूस नहीं होने देती हैं ! साथ में हमारे घर पर काम करने वाले या आसपास अन्य जरूरतमंदों की आर्थिक सहायता भी करती रहती हूं

गर्व अनुभूति करते हुए मैं
सभी कोरोना फाइटर्स को जो जनता की सुरक्षा के लिए इस धरती के भगवान के रूप में युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे हैं !

इन
सभी के कर्तव्य परायणता नमन करते हैं ! इनका परिवार सहित हर दिन मंगलमय रहे ! शुभकामनाएं देती हूं !

हालांकि सप्ताह पूर्व मेरे पोते पोती अपनी मां
( मेरी पुत्रवधू ) के साथ ननिहाल गये थे , ऐसे में वो सब वहीं रह गए उनके बिना घर सूना हो गया है मगर जनहित में कोरोना को हराने के दायित्व की जन कल्याण की मेरी भावना इस पर भारी है !

मैं आगे सभी सम्मानित भारत वासियों से अनुरोध करतीे हूं आप सभी का अनुशासित तरीके से पालन करें , घर में रहकर अधूरी हॉबी करने के साथ , अपने तरीके से कोरोना वारियर्स बनकर , कोरोना को हराने में
एकजूटता प्रदर्शित कर अनुशासित , भारतीयता की मिशाल पेश करें !

अंत में मैं आदि शक्ति मां से प्रार्थना करते हुए मैं सर्व कल्याण की भावना के साथ सच्चे दिल से कामना करती हूं कि …….

” सर्वे भवंतु सुखिन सर्वे संतु निरामया ,
सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चित् दुख भाग भवेत! ”

अंत में हिंदुस्तान के लिए हमारा नव संवत्सर मंगलमय रहे , इन्हीं शुभकामनाओं के साथ !

डॉ. तारा सिंह अंशुल
पूर्व सीडीपीओ
महिला एवं बाल विकास
विभाग उत्तर प्रदेश
लखनऊ
रिवार्डेड वरिष्ठ कवयित्री , कथाकार , महिला बच्चों एवं
सामाजिक मुद्दों पर
आर्टिकल्स लेखिका !