बीकानेर।ओम एक्सप्रेस-बीकानेर पापड़ भुजिया मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष वेद प्रकाश अग्रवाल ने अर्जुन राम मेघवाल संसदीय कार्य एव भारी उद्योग सार्वजनिक लोक उपकरण मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने कहा कि बीकानेर के प्रसिद्ध पापड़ भुजिया रसगुल्ला बड़ी कचौड़ी नमकीन उद्योग को एक नवंबर 2020 से प्रोपराइटरी फूड के अंतर्गत लाकर उसके पुराने लाइसेंस निरस्त करके नए लाइसेंस बनाने का प्रावधान किया गया है जहां यह प्रक्रिया बहुत ही जटिल खर्चीली एवं छोटे उद्योगों एवं ठेला वाले के लिए असंभव है क्योंकि उनका दिल्ली से लाइसेंस बनवा कर कार्य करना बहुत ही मुश्किल है इस कारण लाखों की संख्या मे यह छोटे कारोबारी बेरोजगार हो जाएंगे इनके साथ करोना की मार कोढ़ में खाज का काम करेगी। वही पर यहां पूरे बीकानेर में ही इन छोटे बड़े उद्योगपतियों के पास करोड़ों का पैकेजिंग मैटेरियल प्रिंट हुआ पड़ा है क्योंकि आजकल हर खाद्य एवं पेय पदार्थ पर fssai का नंबर लिखा अनिवार्य है लाइसेंस दिल्ली से बनने पर उसका fssai नंबर बदल जाएगा।

इस कारण उसके पास पड़ा करोड़ों का पैकेजिंग मैटेरियल किसी भी काम का नहीं रहेगा यह प्रति उद्योग के साथ देश का भी नुकसान होगा दिल्ली से लाइसेंस बनवाने के लिए जो फॉर्मेलिटीज चाहिए जैसे प्रोडक्शन एरिया अलग रॉ मैटेरियल एरिया अलग फिनिश गुड्स एरिया अलग अलग लेडीज जेंट्स टॉयलेट अलग-अलग प्रोडक्शन एरिया की दीवार पर छ:फीट तक टाइल्स या पक्का कलर आदि आदि इसके अलावा इसकी फीस जहां पर लोकल 100 रूपये से शुरू होकर 3000 रूपये तक वार्षिक है वहीं अब उसकी 7500 रूपये वार्षिक से शुरू होगी ।उन्होंने निवेदन पूर्वक कहा कि इतनी फॉर्मेलिटीज है जिससे छोटा कॉटेज व्यापारी से लेकर मध्य व्यापारी पूरा नहीं कर पाएगा इसलिए आपसे निवेदन है कि आप इस कानून को निरस्त करवा कर पहले वाली व्यवस्था ही लागू रखवाने का कष्ट करें।