– उपायुक्त ने किया रैडक्रास द्वारा संचालित नशामुक्ति केंद्र का दौरा
हर्षित सैनी
रोहतक, 7 जनवरी। युवाओं को बरगला कर अवैध रूप से नशा बेचने वालों को किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जाएगा तथा उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। ये बात उपायुक्त आर एस वर्मा ने कहीं। वे आज जिला रैडक्रास सोसायटी द्वारा संचालित नशामुक्ति केंद्र में मिल रही सुविधाओं का जायजा लेने पहुंचे थे।
अपने दौरे के दौरान उपायुक्त वर्मा ने नशामुक्ति केंद्र में ईलाज करवा रहे युवाओं से मुलाकात करते हुए केंद्र में उन्हें मिल रही सुविधाओं जैसे खाना, रहना, स्वच्छ पेयजल, दवाईया और चिकित्सकों के नियमित दौरे आदि की विस्तारपूर्वक जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नशे की लत का शिकार होने का मुख्य कारण अज्ञानता अथवा किसी अन्य के बहकावे में आना है। परंतु समाज के सभी वर्गों को इस बुरी लत का खात्मा करने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे।

डीसी नशे की लत से कोई बड़ी या गंभीर बीमारी नहीं है इससे छुडक़ारा पाया जा सकता है। बशर्ते मतबूत इच्छा शक्ति हो। उन्होंने इस मौके पर आमजन का आह्वान करते हुए कहा कि वे उनसे संबंधित युवाओं और बच्चों को सकारात्मक शिक्षा देते हुए उनकी रूचि खेलों की तरफ मोड़ें।
उपायुक्त ने नशा मुक्ति केंद्र नशे से छुटकारा पाने के लिए दाखिल युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि अगर कोई व्यक्ति 50 रुपये का नशा भी हर रोज करता है तो वह अपने जीवन में कम से कम 8 से 10 लाख रुपये नशाखोरी में बर्बाद कर देता है जबकि इस राशि से वह अपने परिवार और स्वयं के जीवन को इज्जतदार समाज में स्थापित करने के लिए प्रयास कर सकता था।

रैडक्रास सोसायटी के सचिव देवेंद्र चहल ने भी इस मौके पर दाखिल मरीजों का आह्वान किया कि वे यहां से जाने के बाद अन्य नशा कर रहे लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित करें और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रोत्साहित करें। इस अवसर पर उपायुक्त के निजी सचिव मुकेश कुमार, नाहर सिंह देशवाल, राज कुमार मोर व मनोज शर्मा आदि उपस्थित थे।
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