नई दिल्ली,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के शीर्ष नेता यहां सोमवार को महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर सत्याग्रह पर बैठें और उन्होंने संविधान में लोगों को प्रदत्त अधिकारों के संरक्षण की मांग की। सत्याग्रह के दौरान सोनिया, मनमोहन और राहुल ने संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी।

सत्याग्रह में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल,एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, दिग्विजय सिंह और बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता भी इसमें शामिल हुए हैं।

महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस के सत्याग्रह आरंभ होने से पहले राहुल और प्रियंका ने युवाओं, छात्रों और अन्य लोगों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ और प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में सत्याग्रह का आयोजन किया है।

राजघाट पर धरना शुरू होने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को युवाओं, छात्रों तथा अन्य लोगों से राजघाट पर पार्टी के ”सत्याग्रह” में शामिल होने का आह्वान किया है।

कांग्रेस ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ और प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में सोमवार को दिन में सत्याग्रह का आयोजन किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ” प्रिय छात्रों और युवाओं, क्या यह काफी नहीं है कि हम भारत की अनुभूति करें। यह वह समय है जब आपको दिखाना होगा कि आप नफरत के जरिये देश को बर्बाद होने देंगे या नहीं होने देंगे।”

उन्होंने कहा, ”राजघाट पर दिन में तीन बजे मेरे साथ सत्याग्रह में शामिल होइए, ताकि मोदी-शाह की ओर से शुरू की गई नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया जाए।” प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ”यह देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख़्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनतों के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है। ”

उन्होंने कहा, ”देश को ‘फूट डालो और राज करो की राजनीति से बचाना है। आइए, आज दोपहर 3 बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।”