पूरी जानकारी रखते हुए आत्मविश्वास के साथ सम्पन्न करवाएं मतदान-गौतम

बीकानेर, 16 जनवरी। जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पाल गौतम ने कहा कि चुनाव की सम्पूर्ण प्रक्रिया को सही तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए मतदान अधिकारियों का नाॅलेज तथा आत्मविश्वास सबसे महत्वपूर्ण है। मतदान अधिकारी सम्पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी रखें ताकि प्रत्येक स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही की जा सके और किसी प्रकार के विवाद की स्थिति ना बनें।
गौतम गुरुवार को पॉलिटेक्निक कॉलेज में पंचायती राज चुनाव 2020 से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के अंतिम प्रशिक्षण में बोल रहे थे। गौतम ने कहा कि मतदान प्रक्रिया से जुड़े समस्त अधिकारी और कर्मचारियों को राज्य निर्वाचन आयोग ने इस महती जिम्मेदारी के निर्वहन हेतु सुयोग्य समझा है। मतदान से जुड़े कार्य को आयोग व राज्य की प्रतिष्ठा बनाए रखते हुए संपादित करें, कार्य पूर्ण निष्पक्षता और स्वतंत्रता पूर्वक हो, साथ ही मतदान से जुड़े सभी अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि मतदान प्रारंभ करने से पूर्व मतदान केंद्र में उपस्थित उम्मीदवार के प्रतिनिधि के सामने माॅक पोल अनिवार्य रूप से संपादित की जाए। मतदान शुरू होने से पहले मशीन को मॉक पोल के दौरान हुए मतदान से क्लियर भी कर लें।

उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि बूथ में कोई भी व्यक्ति मोबाइल लेकर नहीं आए साथ ही मतदान से संबंधित सभी कार्य समयबद्ध और निश्चित सीमा में ही हो जाए।
आचार संहिता की हो अनुपालना
गौतम ने कहा कि मतदान दल कर्मी यह सुनिश्चित करें कि मतदान केन्द्रों के बाहर भीड़ जमा न हो तथा केन्द्र के 200 मीटर की परिधि में किसी प्रत्याशी का बूथ नहीं लगे तथा 100 मीटर के दायरे में कोई मत याचना न करे। मतदान के पहले दिन पहुंच कर मतदान कार्मिक यह सुनिश्चित करें कि यदि 200 मीटर की परिधि में प्रत्याशियों के प्रचार पोस्टर हो तो उन्हें हटवाया जाए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान केन्द्र पर जाने के दौरान चुनाव कार्मिक स्थानीय लोगों का आथित्य स्वीकार न करें और निष्पक्ष रहते हुए पारदर्शी तरीके से चुनाव सम्पन्न करवाएं।
मतदान अधिकारी निभाएं कर्तव्य
जिला निर्वाचन अधिकारी गौतम ने बताया कि मतदान अधिकारी मतदाताओं द्वारा मत देने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए दिव्यांग मतदाताओं को उनकी इच्छा अनुसार मत अंकित करने में सहायता करेंगे। मतदाता सूची एवं मतदाता पर्ची का प्रभारी सहायक मतदान अधिकारी प्रथम होगा तथा वही मतदाता की पहचान करने के लिए भी उत्तरदायी होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तय किए गए दस्तावेजों के आधार पर मतदाता की पहचान सुनिश्चित करते हुए वोट डलवाए जाए। सहायक मतदान अधिकारी प्रथम यह भी सुनिश्चित करेगा कि मतदाता की बाई तर्जनी पर पहले से कोई अमिट स्याही तो नहीं लगी है। मतदान के समय मतदान कक्ष में एक समय में एक ही मतदाता उपस्थित रहे यह सुनिश्चित किया जाए।
पर्यवेक्षक रहे मौजूद
पंचायत चुनाव 2020 के मतदान दलों की रवानगी के समय पर्यवेक्षक निकया गोहाएन भी उपस्थित रहे। पर्यवेक्षक से कोई भी व्यक्ति पंचायत चुनाव से जुड़ी किसी भी शिकायत के सम्बंध में सर्किट हाउस के कमरा संख्या 6 में मिल सकता है।

मतदान समाप्ति के बाद होगी मतगणना
मतदान समाप्ति के तुरंत बाद मतगणना सम्पन्न की जाएगी। मतगणना स्थल पर मतगणना के सम्बंध में ड्यूटी पर तैनात अधिकारी, अभ्यर्थी अथवा अभ्यर्थी के दो गणना एजेंट उपस्थित रह सकते हैं। गौतम ने बताया कि अधिकारी यह भी ध्यान रखें कि काउटिंग मशीन गणना प्रदर्शित करते समय इस प्रकार से रखी जाए कि गणना को अभ्यर्थी या एजेंट भली प्रकार देख सकें। गौतम ने बताया कि रिटर्निंग अधिकारी की उपस्थिति में सम्पन्न होने वाली इस प्रक्रिया में गिनती से पूर्व नियंत्रण यूनिटों की संवीक्षा एवं निरीक्षण किया जाएगा। अभ्यर्थियों या उनके एजेंट को भी ईवीएम की सील देखने की अनुमति होगी। इसके बाद रिजल्ट वन का बटन दबा कर परिणाम लेने की प्रक्रिया प्रारम्भ होगी। उन्होंने कहा कि परिणाम को नोट कर लेने के बाद परिणाम अनुभाग के कवर को बंद कर दें और नियंत्रण यूनिट को स्विच आॅफ कर दें।
मतदान दलों की रवानगी के समय आयुक्त नगर निगम प्रदीप के गवांडे, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ए एच गौरी, जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर, उपायुक्त उपनिवेशन चन्द्रभान सिंह भाटी, रजिस्ट्रार राजुवास अजीत सिंह राजावत, मीडिया प्रकोष्ठ प्रभारी विकास हर्ष, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अजय कुमार पिल्लई, अतिरिक्त कोषाधिकारी श्याम सुंदर किराडू, सहायक कोषाधिकारी किशन कुमार व्यास, मास्टर ट्रेनर डाॅ गौरव बिस्सा, यश बंसी माथुर, विपिन सैनी, समिन्द्र्र सक्सेना उपस्थित थे।
11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों का हो इस्तेमाल
गौतम ने बताया कि मतदान के लिए मतदाता को इपिक कार्ड (मतदाता फोटो युक्त पहचान पत्र) दिखाना होगा। इपिक कार्ड नहीं होने की स्थिति में 11 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाने पर ही मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इपिक कार्ड के अलावा पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेन्स, राज्य या केन्द्र सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैकों या डाकघरों द्वारा जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक, पेन कार्ड, आरजीआई एवं एन.पी.आर द्वारा जारी किए गए स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, विधायकों, सांसदों को जारी किए सरकारी पहचान पत्र या आधार कार्ड में से कोई एक दस्तावेज को मतदान करते समय दिखाना जरूरी होगा। मतदाता केवल पर्ची के आधार पर कोई भी मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं से अपील की कि मतदाता बिना किसी भय व प्रलोभन में आए अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए सचेष्ट रहे और किसी भी अवांछनीय या अप्रिय घटना की सूचना पुलिस और प्रशासन को दें।
रहेगा सार्वजनिक अवकाश
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नोखा, पांचू तथा श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में शुक्रवार को वार्ड पंच तथा सरपंच का चुनाव होना है। अतः सम्बंधित क्षेत्र में शुक्रवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
सूखा दिवस घोषित
गौतम ने बताया कि मतदान के मद्देनजर शुक्रवार को सम्बंधित क्षेत्रों में तथा ऐसे क्षेत्रों के 5 किलोमीटर परिधि के क्षेत्र में मतगणना की समाप्ति तक सूखा दिवस घोषित किया गया है।
125 ग्राम पंचायतों में होगा मतदान
नोखा, पांचू और श्रीडूंगरगढ की पंचायत समितियों कुल 125 ग्राम पंचायतों में शुक्रवार को मतदान होगा। यहां सरपंच पद हेतु 572 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। डूंगरगढ़ पंचायत समिति से तीन और नोखा पंचायत समिति में एक निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुआ है।
गौतम ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान के लिए 451 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जिन पर 4 लाख 18 हजार 526 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें पुरूष मतदाता की संख्या 2 लाख 22 हजार 697 तथा महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 95 हजार 822 है। उन्होंने बताया कि सर्वाधिक 169 मतदान केंद्र श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र में है। नोखा में 153 तथा पांचू पंचायत समिति क्षेत्र में 129 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
126 सेेक्टर मजिस्ट्रेट रखेंगे नजर
तीनों पंचायत समिति क्षेत्र के लिए 126 सेक्टर मजिस्टेªट नियुक्त किए गए है, जो वहां कानून व्यवस्था संधारित रखेंगे। इनमें नोखा पंचायत समिति क्षेत्र में 43, पांचू में 33 तथा श्रीडूंगरगढ पंचायत समिति क्षेत्र के लिए 53 सैक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पंचायत समिति चुनाव में पहली बार ईवीएम मशीन का प्रयोग किया जा रहा है। तीनों पंचायत समिति क्षेत्र में 589 नई मशीनों का आबंटन किया गया है। इनमें 451 क्रियाशील मशीनंे है तथा 138 आरक्षित रखी गई है। आरक्षित ईवीएम पंचायत समिति मुख्यालय सहित सभी सैक्टर मजिस्ट्रेट को भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
कानून व्यवस्था के संधारण के लिए 16 एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पंचायती राज चुनाव में ग्राम पंचायतों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 16 एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। ग्राम पंचायतों के थाना अनुसार नियुक्त एरिया मजिस्ट्रेट संबंधित क्षेत्र में भ्रमण कर कानून व्यवस्था का संधारण सुनिश्चित करेंगे। अजीत सिंह राजावत को श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति, रणजीत कुमार को ठुकरियासर, रामरतन सोकरिया को रीड़ी, जयंत को सेरूणा, अभिषेक सुराना को नोखा, भागीरथ शाख को जसरासर, हनुमान सिंह देवल को मुकाम, हरि सिंह शेखावत को नोखा, प्रदीप कुमार को पांचू, संदीप कुमार को जांगलू, सुरेश कुमार राय को पांचू, विनोद कुमार को कक्कू का एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार अशोक सांगवा को नोखा, सबीना विश्नोई को श्रीडूंगरगढ़ तथा महेंद्र सिंह यादव को पांचू के लिए रिजर्व एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।
36 अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों पर कड़ी निगरानी
जिला मजिस्टेªट व जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले की तीनों पंचायत समिति क्षेत्रों में 36 अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्र है, इनमें नोखा में 15, पांचू पंचायत समिति में 17 तथा जिले की श्रीडूंगरगढ पंचायत समिति क्षेत्र में 4 मतदान केन्द्र अतिसंवेदनशील चिन्हित है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार 36 मतदान केन्द्र संवेदनशील मतचान केन्द्रों की श्रेणी में चिन्हित किए गए है। इनमें नोखा पंचायत समिति क्षेत्र के 18, श्रीडूंगरगढ पंचायत समिति क्षेत्र के 11 तथा पांचू पंचायत समिति क्षेत्र के 7 मतदान केन्द्र संवेदनशील मतदान केन्द्रों के रूप में चिन्हित किए गए है। उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए 382 रिटर्निंग अधिकारी तथा 382 मतदान अधिकारी सहित 840 प्रथम मतदान अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
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