बीकानेर। ऊर्जा तथा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. एच. एल. गौरी और पीबीएम अस्पताल के कार्यवाहक अधीक्षक डॉ परमिन्द्र सिरोही तथा अन्य वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ बैठक ली। उन्होंने शिशु अस्पताल की समस्त व्यवस्थाएं तथा उपकरण को चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए।

डॉ. कल्ला ने वेंटिलेटर तथा वार्मर सहित अन्य चिकीत्सकीय उपकरणों की स्थिति की समीक्षा की तथा हिदायत दी कि समस्त उपकरण चालू स्थिति में रहें। मरीजों एवं उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा एवं जांच योजना का समयबद्ध लाभ मिले। उन्होंने नए गाइनोकॉलोजिस्ट वार्ड की स्थिति के बारे में जाना तथा शीघ्र ही नए भवन में शिफ्ट करने के निर्देश दिए।

डॉ. गौरी ने बताया कि शिशु अस्पताल में सभी आवश्यक उपकरण चालू स्थिति में हैं। जिले में शिशु मृत्यु दर, राष्ट्रीय मृत्यु दर की तुलना में कम है। चिकित्सकों द्वारा समूची स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उनके द्वारा प्रतिदिन स्थिति की समीक्षा की जा रही है। सभी आवश्यक दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। किसी प्रकार के उपकरण के खराब होने की स्थिति में उसे प्राथमिकता से ठीक करवाया जा रहा है।
डॉ. कल्ला ने कहा कि शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं हो। सरकार इसे लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा अस्पताल के लिए आवश्यक प्रत्येक उपकरण प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाए जाएंगे। वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक परिस्थिति पर नजर रखें तथा आवश्यकता पडऩे पर विभाग और जिला प्रशासन के साथ समन्वय रखते हुए कार्य करें।

समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाना सभी की प्राथमिकता है : डॉ. सेंगर
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जी. एस. सेंगर ने बताया कि जिले के दूरस्थ क्षेत्र से आने वाले गरीब और जरूरतमंद मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है। चिकित्सक टीम भावना के साथ कार्य कर रहे हैं तथा समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाना सभी की प्राथमिकता है।