सवांददाता, के,के,कुशवाहा

आगरा। ‘डीएम साहब-एसएसपी साहब मेरी भी सुन लो, मैं भी एक पीड़ित हूं, मेरी भी सुनवाई कीजिए, मेरे गांव की जमीन पर और उस पर बनी दुकान को तोड़कर कुछ दबंगों ने उस पर कब्जा कर लिया है। इसकी शिकायत क्षेत्र पुलिस से की गई है दबंगों के खिलाफ क्षेत्रीय थाने में मुकदमा भी दर्ज है लेकिन एक माननीय और उनके पुत्रों के हस्तक्षेप के कारण कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है इसलिए मैं आज से भूख हड़ताल पर बैठा हूं और यह भूख हड़ताल न्याय न मिलने तक जारी रहेगी” यह जिला मुख्यालय के बाहर बैठे हुए एक पीड़ित किसान का दर्द है। पीड़ित किसान की भूमि और उस पर बनी दुकान को तोड़कर जब दबंगों ने कब्जा किया। उसकी सुनवाई नहीं हुई तो उसे मजबूर होकर जनपद के 2 बड़े अधिकारियों के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए भूख हड़ताल का सहारा लेना पड़ा है।

जिला मुख्यालय के बाहर अपने परिवार के साथ भूख हड़ताल पर बैठा पीड़ित किसान राजवीर सिंह पुत्र रामजीलाल ग्राम पुरातन तहसील किरावली थाना खेरागढ़ का निवासी है। पीड़ित का आरोप है कि लगभग 3 माह पहले गांव के ही दबंग तोताराम और उसके पुत्रों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया। इस संबंध में क्षेत्रीय थाने में एससी-एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया लेकिन आगरा के एक माननीय राज्यमंत्री के पुत्र इन दबंगों के समर्थन में खुलकर सामने आ गए जिसके कारण पुलिस भी अब इन दबंगों पर कोई उचित कार्रवाई नहीं कर पा रही है।

भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित परिवार के मुखिया का कहना है कि वह अपने जमीन से संबंधित सभी कागजाद को लेकर भूख हड़ताल पर बैठा है। उसकी मांग है कि जिले के कप्तान और जिले के मुखिया इन दस्तावेजों को चेक कर उसकी जमीन को वापस दिला दें जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। पीड़ित का कहना है कि जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा वह भूख हड़ताल पर ही परिवार के साथ बैठा रहेगा।