-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुख्यात हुए अपराधी विकास दूबे को पुलिस ने आखिरकार मार ही गिराया। इसके साथ ही कानपुर में अब विकास दूबे का खात्मा भी हो गया है,लेकिन इसके लिये पुलिस बड़ी किमत चुकानी पड़ी। चौंकानेें वाली बात यह है कि बीकानेर के अपराध जगत में ऐसे कई विकास दूबे पनप रहे है,जो यहां सूदखोरी,रंगदारी,मादक पदार्थ और हथियारों तस्करी,भू-माफियागिरी,अवैध खनन जगत के अपराधों में लिप्त होकर कुख्यात हो रहे है। अगर समय रहते इनके खिलाफ सख्ती नहीं दिखाई तो यह पुलिस के लिये बड़ी चुनौति बन सकते है। अपराध जगत से जुड़े सूत्रों की मानें तो बीकानेर शहर में फिलहाल सूदखोरी और रंगदारी वसूली करने वाले अपराधियों का गिरोह सबसे ज्यादा सक्रिय है।

गिरोह में शामिल इन अपराधियों को सियासी नेताओं का सरंक्षण प्राप्त होने के कारण इनमें पुलिस का खौफ इस कदर खत्म हो चुका है कि वसूली के लिये लोगों को घरों प्रतिष्ठानों में जाकर डराने धमकानें से नहीं घबरातें,इससे आमजन में इनका खौफ बढता जा रहा है। इसके अलावा बजरी और जिप्सम खनन में लिप्त अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलन्द हो गये है कि प्रशासन,पुलिस और खनिज विभाग की संयुक्त टीमें भी इन पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है। बीकानेर में अवैध खनन माफियाओं के साथ सियासी नेताओं के रसूखात की गूंज तो विधानसभा में भी सुनाई दे चुकी है । इसके अलावा भू-माफिया,क्रिकेट बुकी और हवाला कारोबार जगत में सक्रिय अपराधी भी लगातार पांव पसार रहे है। जानकारी के अनुसार शहर के कई थाना इलाकों में छोटी उम्र के अपराधी सक्रिय होकर बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे है,कईयों ने संगठित गिरोह बना लिये है। इनके संगीन अपराधिक कारनामों से पुलिस भी अच्छी तरह वाकिफ है। लेकिन नेताओं का सरंक्षण होने के कारण पुलिस अपराधियों की इस जमात पर कानूनी शिंकजा कसने में ज्यादा गंभीरता नहीं दिखा रही है।

हैरानी की बात तो यह है किकई अपराधी सक्रिय है जो वारदात दर वारदात किये जा रहे है लेकिन पुलिस इनकी हिस्ट्रीशीट नहीं खोल रही है,जबकि इनके अपराध हार्डकौर श्रेणी के अपराधियों से कम नहीं है। अपराध जगत से जुड़े विशेषज्ञों की मानें तो अगर पुलिस ने समय रहते इन अपराधियों पर शिंकजा कसने में गंभीरता नहीं दिखाई तो आने वाले दोर में यह अपराधी बीकानेर में कानून व्यवस्था और लोगों की जानोमाल के लिये बड़ा खतरा बन जायेगें। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो बीकानेर के पुलिस थानों में फिलहाल 382 हिस्ट्रीशीटर्स है,इनकी तादाद पिछले तीन साल से लगातार बढ रही है। इनमें कई सियायी पार्टियों के नेता छूटभईये नेता भी शामिल है।