बीकानेर। जिला कलेक्टर नमित मेहता एक्शन मोड में आ गये हैं। उन्होंने भवन संचालकों को चेतावनी दी है कि वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए प्रशासन व चिकित्सा विभाग का सहयोग करे। दरअसल, गुरूवार देर रात्रि को बाईपास स्थित एक होटल संचालक ने होटल की लाईट काट दी थी। जिसकी सूचना कलेक्टर, यूआईटी सचिव व सीएमएचओ को पहुंची। संचालक द्वारा की गई इस हरकत के पीछे कोविड केयर सेंटर के लिए किए जाने वाले भुगतान की लड़ाई है। अधिकृत सूत्रों के मुताबिक आधी रात बाद सीएमएचओ डॉ बीएल मीणा को होटल जाना पड़ा।

यहां समझाइश के बाद लाईट चालू हुई। आज हुई मीटिंग में भी यही मुद्दा उठा। जिसके बाद कलेक्टर ने कहा है कि कोविड केयर सेंटर के रूप में संचालित किए जा रहे भवनों के संचालकों को राजकीय नियमों के अनुसार भुगतान किए जा चुके हैं। वर्तमान देश महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में अगर कोई भवन संचालक अनावश्यक रूप से कोरोना रोगी जहां रहते हैं वहां किसी तरह की अव्यवस्था उत्पन्न करेगा तो उसके विरुद्ध एपिडेमिक एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि अधिग्रहीत किए गए भवनों व होटलों के भुगतान का यह मुद्दा पहले भी खड़ा हुआ था। लेकिन प्रशासन व संचालकों के बीच चल रहे इस विवाद पर अभी तक कोई निपटारा नहीं हुआ है।