– प्रदेश भर के स्कूल संचालकों का हुआ स्नेह मिलन समारोह

– पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल को द ग्रेट एज्यूकेशन वारियर सम्मान से सम्मानित किया गया

– बीकानेर से सम्मिलित हुए 20 प्रतिनिधि

बीकानेर। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 10 महीनों से बंद पड़े स्कूलों की सभी कक्षाओं के लिए स्कूल्स शुरू करने तथा राज्य की गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं की विभिन्न जायज समस्याओं के समाधान के संबंध में झुंझुनू स्थित डी.एम. मोदी सभागृह में स्कूल क्रांति संघ एवं नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स एलायंस ( निसा) द्वारा आयोजित महाधिवेशन एवं नव वर्ष स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस ( पैपा) के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल का शिक्षा के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने तथा कोरोना लॉकडाउन के समय स्कूलों के हित के लिए आवाज उठाने हेतु “शिक्षा के परम योद्धा” सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान में उन्हें शॉल, साफा एवं शिक्षा के परम योद्धा सम्मान पत्र प्रदान किया गया। पैपा के बीकानेर संयोजक घनश्याम साध ने बताया कि बीकानेर से प्रदीप कुमार कच्छावा, प्रभुदयाल गहलोत, मुकेश पांडेय, रघुनाथ बेनीवाल, रविशंकर स्वामी, श्रवण कुमार भांभू, सौरभ बजाज, भंवरी देवी इत्यादि सहित विभिन्न स्कूलों के 20 प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर अपना सक्रिय संभागित्व किया।

पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने इस अवसर पर अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि इस तरह के आयोजनों से हमारी एकजुटता समृद्ध बनाने में बहुत सहयोग मिलता है, इसलिए ऐसे आयोजन निरंतर होने आवश्यक हैं। गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं के सामाजिक सरोकारों को और व्यापक रूप से प्रदर्शित करने की पैरवी करते हुए खैरीवाल ने कहा कि प्राईवेट स्कूल्स के भले के लिए उनकी तरफ से सदैव सकारात्मक सहयोग मिलता रहा है और आगे भी वे तत्पर रहेंगे। निसा के राजस्थान प्रांत के प्रभारी डॉ दिलीप मोदी के संयोजन में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा, स्कूल क्रांति संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुश्री हेमलता शर्मा, शिक्षा बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति की प्रवक्ता सीमा शर्मा इत्यादि अतिथियों के रूप में उपस्थित रहे। महाधिवेशन में डॉ दिलीप मोदी के नेतृत्व में एक पैनल डिस्कशन का भी आयोजन किया गया। डॉ बलवन्त सिंह चिराना, अशोक वैद्य, कुलदीप सिंह राठौड़ एवं दीपक अग्रवाल ने प्राईवेट स्कूलों पर कोरोना लॉकडाउन का प्रभाव एवं लॉकडाउन के पश्चात् स्कूल खोलने की तैयारी पर एक महत्वपूर्ण चर्चा-परिचर्चा की। प्राइवेट स्कूलों को सरकारी सिस्टम से राहत प्रदान करवाने, राजस्थान के सभी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक की भी समस्त कक्षाएं शीघ्र खुलवाने, आर टी ई पुर्नभरण राशि को ससम्मान समय पर स्कूलों को दिलवाने एवं समयबद्ध कार्यक्रम का पालन करने एवं करवाने जैसी अनेक समस्याओं के शीघ्र समाधान हेतु निसा, नई दिल्ली से जे. थॉमस, फॉरम ऑफ प्राईवेट स्कूल्स ऑफ राजस्थान की प्रवक्ता श्रीमती सीमा शर्मा, भागीरथ सिंह पचार, मेजर एस.के.शर्मा, रिशाल सिंह पायल, वीरपाल सिंह शेखावत सहित राज्य के सभी जिलों से उपस्थित राज्य प्रतिनिधियों ने इस अवसर पर अपने अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर स्कूल क्रांति संघ की झुंझुनूं ईकाई का गठन किया गया। ईकाई के अध्यक्ष उमेश कस्वां तथा कार्यकारी अध्यक्ष डा दिलीप मोदी सहित ईकाई की कार्यकारिणी को संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुश्री हेमलता शर्मा ने पद की शपथ दिलवाई। इस अवसर पर बोलते हुए संघ की प्रदेशाध्यक्ष सुश्री हेमलता शर्मा ने कहा कि संघ सदैव ही निजी स्कूलों के हितों की रक्षा के लिए सदैव ही तत्पर रहा है तथा समय-समय पर निजी स्कूलों की वाजिब मांगों सरकार तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। उन्होंनें भरोसा दिलाते हुए कहा कि भविष्य में भी स्कूल क्रांति संघ निजी स्कूलों के हितों की रक्षा के लिए सदैव तैयार है और रहेगा।
इस अवसर पर डॉ मोदी ने कहा कि आज समस्त प्राईवेट स्कूलों को एकजुट करने का प्रयास किया है, जिससे कि प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्राईवेट स्कूल्स अपनी संगठन की शक्ति प्रदर्शित कर सके।
इस अवसर पर निसा (नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस ) नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभुषण शर्मा भी ने कहा कि संगठन में ही शक्ति है और एक मजबुत संगठन ही प्राईवेट स्कूलों के हितों की रक्षा कर सकता है।