बीकानेर,(दिनेश”अधिकारी”)। राजस्थान पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति पद का कार्यभार सोमवार काे प्रो. सतीश के. गर्ग ने ग्रहण कर लिया। राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने शुक्रवार काे प्रो. गर्ग काे वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर नियुक्त किया था। निवर्तमान कुलपति प्रो. विष्णु शमा र् ने उन्हें कार्यभार सौपा। प्रो. गर्ग वेटरनरी फामेर्काेलॉजी के प्रख्यात वैज्ञानिक है जिन्हें 35 वर्ष को शैक्षणिक आैर प्रशासनिक अनुभव है। प्रो. गर्ग प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान, मथुरा में दस वषाेर् तक अधिष्ठाता के पद पर कार्य कर चुके हैं। इससे पूर्व बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, पटना में कुलसचिव के पद पर कार्यरत थे।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. गर्ग ने कहा कि देश में तमिलनाडू वेटरनरी विश्वविद्यालय के बाद राजुवास दूसरा विश्वविद्यालय है जिसका कार्य क्षेत्र पूरा राज्य है। राजुवास अपनी स्थापना के अल्पकाल में ही चंहुमुखी प्रगति कर एक अग्रणी विश्वविद्यालय बना है। उन्हाेंने कहा कि उनका प्रयास हाेगा कि शिक्षण आैर अनुसंधान कार्यों में दक्षता आैर गुणवगन हासिल की जाए। राजस्थान जैसे पशुधन प्रधान राज्य में गांव-ढाणी तक पशुचिकित्सा आैर पशुपालन सेवाएं मुहैय्या करवाने के लिए युवाआें के लिए पैरावेट के प्रशिक्षण जैसे कार्य प्राथमिकता से किये जायेगे। कुलपति प्रो. गर्ग ने कहा कि वे अपने 35 वर्ष के शैक्षिक व प्रशासनिक अनुभव के साथ ही राजुवास के शैक्षणिक, अनुसंधान आैर प्रसार शिक्षा कार्यों काे तेजी से लागू करने का प्रयास करेंगे। शाेध परियोजनाआें काे स्थानीय जलवायु आैर पशुधन की स्थिति के मद्देनजर बनाया जाएगा जिससे पशुपालकाें काे सीधा लाभ मिल सके। विश्वविद्यालय के डीन-डायरेक्टर, अधिकारीगण, सभी शिक्षकाें ने नवनियुक्त कुलपति प्रो. गर्ग काे बधाई दी।