श्री राम विवाह महोत्सव पर अयोध्या के मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। 1 दिसंबर को दर्जनों मंदिरों से श्री राम बारात भी निकाली जाएगी। लेकिन इस बार आए फैसले को लेकर अयोध्या की जानकी महल ट्रस्ट द्वारा विशेष स्वरूप में श्री राम विवाह महोत्सव मनाए जाने की तैयारी है जिसमें शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुँच रहे।

फैसले के बाद अयोध्या में राम विवाह का बड़ा आयोजन

सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के पक्ष में आए फैसले के बाद अयोध्या में इस वर्ष होने वाले भगवान श्री राम विवाह महोत्सव बेहद खास रूप में मनाए जाने की तैयारी है। इस महोत्सव को लेकर अयोध्या में सैकड़ों मंदिरों को रंग-बिरंगे झालो से दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है वही दर्जनों मंदिरों में अयोध्या के प्रमुख मार्गो पर निकलने वाले राम बारात को लेकर भी बेहद खास स्वरूप में तैयारी की जा रही है वैसे तो अयोध्या के एक दर्जन से अधिक मंदिरों से प्रत्येक वक्त वर्ष राम बारात की परंपरा रही है लेकिन इस वर्ष अयोध्या की जान की महक ट्रस्ट द्वारा श्री राम विवाह को और भी बेहद रूप दिया जा रहा है राम बरात में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं जानकी महल ट्रस्ट के मुताबिक इस बार राम बारात में हाथी घोड़ा पालकी के साथ श्री राम रथ तैयार किया जा रहा है जो कि यह बारात अपने स्थान से निकलकर श्री रामजन्मभूमि तक जाएगी उसके बाद पुनः अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच देर रात्रि माता जानकी व भगवान श्री राम का विवाह उत्सव संपन्न कराया जाएगा।

श्री राम विवाह पर विभिन्न कार्यक्रम का होगा आयोजन

अयोध्या में होने वाले श्री राम विवाह महोत्सव का 28 नवंबर से शुरू होगा जिसमें पहले ही दिन भगवान श्री रामचरितमानस पाठ व गणेश पूजा का होगा आयोजन वहीं 29 नवंबर को भगवान श्रीराम व माता जानकी के फुलवारी लीला का आयोजन किया जाएगा। और 30 नवंबर को भगवान श्रीराम को मेहंदी लगाए जाने के साथ संगीत संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। जिसके उपरांत 1 दिसंबर श्री राम विवाह महोत्सव के दौरान अयोध्या के मंदिरों से श्री राम बारात निकाली जाएगी जो की देर रात्रि विवाह महोत्सव संपन्न कराया जाएगा वहीं 2 दिसंबर को श्री राम कलेवा पर छप्पन भोग के साथ इस महोत्सव का समापन होगा।

जानकी महल ट्रस्ट से निकलेगी विशेष श्री राम बारात

जानकी महल ट्रस्ट के ट्रस्टी आदित्य सुल्तानिया ने बताया कि अयोध्या भगवान श्री राम मंदिर के आंदोलन रूपरेखा तैयार की गई थी 1989 से लेकर 1992 तक के आंदोलन के समय अयोध्या में उपस्थित सभी शीर्ष नेता जानकी महल को ही अपना ठिकाना बनाए हुए थे और आज राम मंदिर के फैसले के साथ इस आंदोलन की मुहिम पूरी होती नजर आ रही है वही बताया कि जानकी महल ट्रस्ट द्वारा ईश्वर 76 वां श्री राम विवाह महोत्सव मनाया जा रहा है इस वर्ष राम मंदिर फैसले के बाद भगवान श्री राम के विवाह को विशेष आयोजन किया जाएगा 28 नवंबर से शुरू हो रहे राम विवाह महोत्सव को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी है इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।