हर्षित सैनी
रोहतक, 2 मार्च। बांसुरी के मधुर संगीत से आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) का टैगोर सभागार गूंज उठा। प्रतिष्ठित बांसुरी वादक संगीतज्ञ उस्ताद मुजतबा हुसैन की बांसुरी के स्वर खूबसूरती से बरसे कि उपस्थित लोग आनंद की बरसात में भीग गया। अवसर था रंग महोत्सव के रंग सुर इवेंट का।
उस्ताद मुजतबा हुसैन ने राग खमाज की शास्त्रीय बंदिश से कार्यक्रम का आगाज किया। उन्होंने एक से एक नायाब नगमों की धुनों पर बांसुरी वादन प्रस्तुत किया। आओगे जब तुम साजना, तू ही रे, रोजा जानेमन, लंबी जुदाई, कोई जब तेरे संग न आए समेत अन्य कई लोकप्रिय हिन्दी फिल्म गीतों पर प्रस्तुति उस्ताद मुजतबा हुसैन ने दी। उन्होंने फाल्गुन ऋतु की मस्ती को होली खेलत है नंदलाला गीत की प्रस्तुति से उकेरा।

उस्ताद मुजतबा हुसैन को तबले पर संगति युनूस हुसैन ने, की बोड पर एन.के. नागर ने, परकशन पर आशीष शर्मा ने, ओक्टापैड पर करण, बेस की बोर्ड पर अमन तथा बांसुरी पर राहुल अग्रवाल ने संगति दी।
कार्यक्रम में सहदेव राव ने सैक्सोफोन पर संगीत वादन प्रस्तुति दी। उन्होंने बेहतरीन गीतों की संगीतमयी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के प्रारंभ में डीन, स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. राजकुमार ने स्वागत भाषण दिया। रंग सुर इवेंट के संयोजक प्रो. हुकुम चंद ने कलाकारों का परिचय दिया तथा इवेंट बारे बताया। उस्ताद मुजतबा हुसैन ने संगीत को अनूठी साधना-ध्यान बताया।
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित सिनेमा रंगमंच कलाकार यशपाल शर्मा विशेष रूप से बतौर सम्मानीय अतिथि उपस्थित रहे। जाट महाविद्यालय, रोहतक की प्राचार्या डा. संगीता दलाल ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

डीन, फैकल्टी ऑफ फिजीकल साइंसेज प्रो. एएस मान, डीन मानविकी संकाय प्रो. हरीश कुमार, निदेशक डिजिटल लर्निंग सेंटर प्रो. नसीब सिंह गिल कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समन्वयन डा. जगबीर राठी ने किया।
मंच संचालन डा. दिव्या मल्हान ने किया। आभार प्रदर्शन सुनित मुखर्जी ने किया। कार्यक्रम में मुंबई से आए संगीत निदेशक जय खन्ना बतौर विशेष आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रो. विमल, डा. मंजीत कौर, सहायक निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी, पीआरओ पंकज नैन, डा. गीता गुप्ता, डा. जसमेर हुड्डा, रेणुबाला समेत विवि समुदाय के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। रंग सुर में बांसुरी तथा सैक्सोफोन से निकली मुधर सुर लहरियोंं ने उपस्थित जन को मंत्र मुग्ध कर दिया।