बीकानेर। पीले केसरिया वस्त्र पहनी महिलाएं, सर पर कलश धारण किए वहीं पीले वस्त्र और पचरंगी पाग पहने पुरुषों द्वारा समवेत स्वर में जय बाबा रामदेव की, अजमल घर अवतार की, द्वारिका रे नाथ री के लगते उद्घोष के साथ शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा का आयोजन पुरानी गिन्नाणी स्थित धावडिय़ों का बास से किया गया। जहां पर दौ सौ वर्ष पुराने बाबा रामदेव मंदिर की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रथम दिन निकाली गई कलश यात्रा में क्षेत्र के निवासियों सहित आसपास के इलाके से भी श्रद्धालु पुरुषों और महिलाओं द्वारा भागीदारी निभाई गई। मंदिर पुजारी ने बताया कि कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया।

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उन्होने बताया कि 25 जनवरी को सुबह 11 बजे से हवन व यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। अगले दिन 26 जनवरी को सुबह 11 बजे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा और शाम को बाबा रामदेवजी की भजन संध्या का अयोजन रखा गया है। यह सभी कार्यक्रम आचार्य पंडित पुरुषोत्तम व्यास के सानिध्य में किए जा रहे हैं। आयोजन कर्ता धावडिय़ों का बास निवासियों ने सभी धर्मप्रेमी बंधुओ से आग्रह किया है कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में कार्यक्रम में पहुंच धर्म का लाभ उठाएं।