बीकानेर। बीकानेर में विद्युत प्रदाता निजी कंपनी बीकेइसीएल बैक-फुट पर आ चुकी है। पार्षद नन्दू गहलोत की गिरफ्तारी कम्पनी पर भारी पड़ रही है, क्योंकि उसने जमानत लेने से इनकार कर रखा है।

इस बीच बिजली कम्पनी के अधिकारियों ने कई बार गोपाल गहलोत से मुलाकात भी की है, लेकिन गहलोत 15 जनवरी को अपने विरोध मार्च को लेकर अडिग हैं। उनका कहना है कि कंपनी के अधिकारी बार-बार एमओयू का हवाला दे रहे हैं, तो उस एमओयू के तमाम बिंदुओं की पालना भी होनी चाहिए। अगर जनता को राहत नहीं मिली तो हम आंदोलन करेंगे। इस बीच बिजली कंपनी भाजपा और कांग्रेस के अलग-अलग हुए प्रदर्शनों के बाद भी डरी हुई है।

कंपनी के अधिकारियों ने यहां तक कह दिया है कि वे किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई करने के पक्ष में नहीं है। ये वही अधिकारी हैं जो पिछले कुछ दिनों से मीटर नहीं बदलने पर कानूनी नोटिस दे रहे थे और पुलिस में मामले दर्ज करवाकर भय का माहौल बना रहे थे, लेकिन अचानक से उल्टी पड़ी नीति ने कंपनी को बैक-फुट पर ला दिया है। बता दें कि अभी कुछ ही देर में कांग्रेस के नेता गोपाल गहलोत की अगुआई में शहर के लोग बिजली कंपनी की नीतियों के विरोध में पैदल मार्च करेंगे। यह पैदल मार्च रतनबिहारी पार्क से शुरू होगा।