बीकानेर। शहर में बिजली आपूर्ति का जिम्मा संभाल रही बीकेसीएल के खिलाफ अब सत्तारूढ दल से भी आवाज उठने लगी है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को कलक्टर सभागार में हुई विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की मौजूद प्रतिनिधियों कहा कि बीकेईएसएल कंपनी द्वारा बिजली चोरी रोकने तथा मीटर खराब होने की बात पर आम जनता और व्यापारियों को जानबूझकर परेशान कर रहा है

। प्रतिनिधियों ने बताया कि बीकेईएसएल की विजिलेंस टीम द्वारा जो कार्य प्रणाली अपनाई जा रही है वह बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है, कंपनी जब भी विजिलेंस के लिए जाए तो जोधपुर विद्युत वितरण निगम के अभियंता भी साथ रहने चाहिए। ऐसे निर्देश राज्य सरकार द्वारा भी कंपनी को दिए गए हैं, लेकिन उसकी भी पालना नहीं होती है। वर्तमान में जो मीटर बदले गए हैं वह भी नियम विरुद्ध थे। इस पर जिला कलक्टर ने बीकेसीएल के अधिकारी को निर्देश दिए कि बीकेईएसएल के साथ सरकार ने जो एम ओ यू किया है उसकी पालना सुनिश्चित की जाए। साथ ही उपभोक्ताओं को विश्वास दिलाया जाए कि किसी भी स्थिति में उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा, उनके बिल वाजिब आएंगे, अगर तकनीकी खराबी से बिल अधिक आता है तो उसे ठीक करवाया जाना कम्पनी की जिम्मेदारी होगी।

साथ ही कम्पनी के अधिकारी समय-समय पर आम उपभोक्ताओं से संवाद स्थापित कर यह विश्वास भी दिलाएंगे कि कम्पनी किसी के भी साथ कोई ऐसा व्यवहार नहीं करेगी जिससे बीकानेर के लोगों में कम्पनी के प्रति असंतोष पैदा हो। बैठक में आयुक्त नगर निगम डॉ. प्रदीप के गवांडें, भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी अभिषेक सुराणा, उद्योग केन्द्र की महाप्रबन्धक मन्जू नैण गोदारा, डी पी पचीसिया, घेवर चन्द मशर्रफ, विद्युत एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारीगण