– पच्चीस वर्ष की आवश्यकताओं के मद्देजनर बनाएं डूंगर कॉलेज का ‘मास्टर प्लान’-डॉ. कल्ला*
– ढाई वर्षो में उच्च शिक्षा में स्थापित हुए नए सौपान-भाटी

बीकानेर, 26 अगस्त। ऊर्जा तथा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला एवं उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बुधवार को राजकीय डूंगर महाविद्यालय में सोलर प्लांट, राजीव गांधी आईटी कक्ष, गार्ड रूम तथा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स टीटी हॉल, बोटेनिकल गार्डन तथा साइकिल स्टैंड नवीनीकरण सहित विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर डॉ. कल्ला ने कहा कि राजकीय डूंगर महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने राज्य में नहीं अपितु देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन किया है। कॉलेज के सभी प्राध्यापक इसकी साख के अनुरूप शैक्षणिक गुणवत्ता बरकरार रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कॉलेज के सर्वांगीण विकास के लिए आगामी 25 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ‘मास्टर प्लान’ तैयार किया जाए। इसमें क्लासरूम, स्पोर्ट्स उपकरण, मैदान, लाइब्रेरी स्टाफ आदि आवश्यकताओं को संकलित किया जाए।
डॉ. कल्ला ने कहा कि प्रदेश के सभी राजकीय महाविद्यालयों को संबंधित विश्वविद्यालय का संघटक कॉलेज बनाने की दिशा में कार्य हो, इससे सभी संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा, जो कि विद्यार्थियों के लिए हितकारी होगा। उन्होंने कहा कि डूंगर महाविद्यालय में पूर्व विद्यार्थियों की एल्यूमिनी मीट हर वर्ष आयोजित की जाए, जिससे नए विद्यार्थियों को इनके अनुभवों का लाभ मिल सके तथा कॉलेज के विकास में इनकी भागीदारी भी तय हो सके।

कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ.कल्ला ने कहा कि बीकानेर कला व संस्कृति के दृष्टिकोण से विशेष स्थान रखता है। यहां की युवा पीढ़ी को इस दिशा में अधिक अवसर मिले, इसके मद्देनजर डूंगर महाविद्यालय में ललित कला, मूर्तिकला व संगीत की जैसी कक्षाएं प्रारम्भ की जाए। उन्होंने महाविद्यालय में सोलर प्लांट स्थापित किए जाने पर प्रसन्नता जताई तथा कहा कि वर्तमान में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान, देश में दूसरे स्थान पर है। शीघ्र ही यह देश में सौलर हब के रूप में विकसित होगा तथा देश में सर्वाधिक सोलर ऊर्जा पैदा करने वाला राज्य बन जाएगा। उन्होंने बताया कि जयपुर, जोधपुर, अजमेर, पुष्कर में अधिक से अधिक रूफ टॉप सोलर प्लांट्स लगवाकर, इन शहरों को ‘ग्रीन सिटी’ के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि पिछले ढाई वर्षाे में राजस्थान में उच्च शिक्षा के नए सोपान स्थापित हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में 3 नए विश्वविद्यालय तथा 123 नए राजकीय महाविद्यालय प्रारंभ किए गए हैं। वहीं इस अवधि में बीकानेर में छह महाविद्यालय प्रारंभ किए हुए हैं। इनमें दो कन्या महाविद्यालय भी हैं, जो बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि नव स्वीकृत महाविद्यालयों के भवन निर्माण बनवाने के साथ इनमें नए संकाय प्रारंभ किए जा रहे हैं।
भाटी ने कहा कि राजकीय डूंगर महाविद्यालय में शीघ्र ही जैनोलॉजी विषय प्रारंभ किया जाएगा। इसके प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाए गए हैं। महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय में उर्दू, भूगोल तथा चित्रकला विषय स्वीकृत कर दिए गए हैं। उन्होंने महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय में विज्ञान संकाय में स्नातकोत्तर कक्षाएं प्रारंभ करने की दिशा में कार्यवाही का भरोसा दिलाया। भाटी ने कहा कि डूंगर महाविद्यालय में सोलर प्लांट लगने से महाविद्यालय, ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर होगा तथा स्मार्ट क्लास विद्यार्थियों के लिए लाभदायक रहेगी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन कक्षाएं आज की आवश्यकता है। डूंगर महाविद्यालय में कोरोना के समय में ई क्लास के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी गई।

डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी. पी. सिंह ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि महाविद्यालय ने लगातार तीसरी बार नेक निरीक्षण में ए ग्रेड हासिल किया है। महाविद्यालय द्वारा आगे भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठतम कार्य के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने महाविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों के बारे में बताया।
सहायक निदेशक (कॉलेज शिक्षा) डॉ. राकेश हर्ष ने कहा कि राष्ट्र व समाज के विकास में शिक्षा महत्वपूर्ण होती है। बीकानेर की उच्च शिक्षण संस्थाओ द्वारा लगातार इसकी कोशिश की जा रही है। इस दौरान डॉ. हर्ष ने महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय में विज्ञान संकाय में स्नातकोत्तर कक्षाएं शुरू करने की मांग की। डूंगर महाविद्यालय उप प्राचार्य डॉ. ए. के. यादव ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भगवाना राम बिश्नोई, डॉ.विजय ऐरी, डॉ.राजेंद्र पुरोहित, डॉ.अनिला पुरोहित, डॉ. बिट्टल बिस्सा, डॉ.नवदीप सिंह, डॉ एजाज अहमद, सहीराम सारण. श्री कृष्ण गोदारा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया। इससे पूर्व ऊर्जा मंत्री डॉ. कल्ला एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री भाटी ने पौधारोपण किया और विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया।