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बीकानेर, 15 नवम्बर। बीकानेर नगर निगम के 80 वार्डों के चुनाव शनिवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो, कानून व्यवस्था संधारित रहे, इसके लिए प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी शनिवार सुबह से लगातार भ्रमण पर रहेंगे, साथ ही 11 एरिया मजिस्ट्रेट और 80 जोनल मजिस्ट्रेट बूथ पर नजर बनाये रखेंगे। किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था न बिगड़े

इसके लिए पक्के बंदोबस्त किए गए हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पाल गौतम ने बताया कि सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रारंभ होने से पूर्व से लेकर मतदान समाप्ति तक वीडियोग्राफी की जाएगी। मतदान केन्द्र के बाहर और 200 मीटर की परिधि तक वीडियोग्राफी की जाएगी। अगर किसी भी व्यक्ति द्वारा कानून व्यवस्था बिगाड़ने या मतदान कार्य में बाधा पंहुचाने का प्रयास किया गया, तो ऐसे समाज-कंटकों के विरूद्ध काननूी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ 11 अधिकारियों को एरिया मजिस्ट्रेट बनाया गया है। इनमें 8 नियमित तथा 3 सहायक एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। जिन 3 अधिकारियों को सहायक एरिया मजिस्ट्रेट बनाया गया है, उनमें उपखंड अधिकारी नोखा, श्रीडूंगरगढ़ व कोलायत शामिल है। तीनों ही सहायक एरिया मजिस्ट्रेट विभिन्न क्षेत्रों का सुबह से ही लगातार भ्रमण करते रहेंगे। जबकि शेष 8 एरिया मजिस्ट्रेट गत 2 दिनों से लगातार भ्रमण कर रहे हैं।

सीसीटीवी कैमरे से रहेगी नजर
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति द्वारा फर्जी मतदान करने का प्रयास किया जाता है, तो ऐसे व्यक्तियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाएगा और इसमें कारावास का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि 100 से अधिक मतदान केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से मतदान केन्द्र की संपूर्ण प्रक्रिया कैमरे में कैद रहेगी। यहाँ किसी तरह की आंवछनीय गतिविधि करते हुए रिकाॅर्डिंग होने पर अथवा सूचना मिलने पर तत्काल भारतीय दंड संहिता के तहत कार्यवाही की जाएगी।

पाँच कर्मचारी निलम्बित
जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पाल गौतम ने शुक्रवार शाम को विभिन्न मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान महिला मंडल स्कूल में स्थित वार्ड नं. 67 के भाग संख्या 3 के मतदान केन्द्र पर तैनात चारों मतदान अधिकारी नदारद मिले। वहीं राजस्व विश्राम गृह के बूथ नं. 4 के पीआरओ रामेश्वर कुमार अनुपस्थित मिले। इन्हें भी निलम्बित कर दिया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पाल गौतम ने राजस्व विश्राम गृह के इस मतदान केन्द्र से पीआरओ को अपने मोबाईल से फोन किया और कहा कि आप मतदान केन्द्र छोड़कर कहाँ चले गए। पहले तो बातचीत में समझ नहीं पाए, मगर जब गौतम ने बताया कि मैं जिला निर्वाचन अधिकारी बोल रहा हँू, तो संबंधित चुनाव अधिकारी हकलाने लगे और मोबाईल पर कोई जवाब भी नहीं दे पाए।
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